उत्तर प्रदेशभारत

गुलदस्ते के बजाय अफसरों के लिए फल और लड्डू लाएं…राज्यपाल ने लोगों को क्यों दी नसीहत?

गुलदस्ते के बजाय अफसरों के लिए फल और लड्डू लाएं...राज्यपाल ने लोगों को क्यों दी नसीहत?

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल. (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को कहा कि अधिकारियों से मिलने आने वाले लोगों को फूल और गुलदस्ते लाने की बजाय फल, पोषण पोटली, तिल और बाजरे के लड्डू लाने चाहिए और उन्हें टीबी रोगियों में वितरित किया जाना चाहिए. राजभवन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक राज्यपाल ने शाहजहांपुर में विभिन्न विकास योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की.

आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारियों से मिलने आने वाले लोगों को फूल और गुलदस्ते लाने की बजाय फल, पोषण पोटली, तिल और बाजरे के लड्डू लाने चाहिए, जिन्हें टीबी (क्षय रोग) रोगियों में वितरित किया जाना चाहिए.

स्कूल में बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करें

उन्होंने टीबी रोगियों को अंगीकृत करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र, संगठनों और बैंकरों को प्रेरित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. राज्यपाल ने निर्देश दिये कि एक अप्रैल तक सभी स्कूल जाने वाले बच्चों का नामांकन सुनिश्चित किया जाए. राज्यपाल ने स्वास्थ्य, शिक्षा और बाल विकास विभाग को अपने-अपने विभागों की प्रगति को आपस में साझा करते हुए आवश्यकतानुसार समन्वय से कार्य करने तथा संयुक्त रूप से एक ऐप विकसित कर योजनाओं की निगरानी करने के निर्देश दिए.

घरों के बजाय अस्पतालों में कराएं प्रसव

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने गर्भवती महिलाओं के सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रसव का डेटा इकट्ठा करने और घरों के बजाय अस्पतालों में प्रसव सुनिश्चित करने के प्रयास करने पर भी जोर दिया.

एचपीवी वैक्सीन लगाने के निर्देश

राज्यपाल ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों का विश्लेषण करने को कहा ताकि चिकित्सा सुविधाओं के बावजूद मृत्यु दर के कारणों का पता लगाया जा सके. उन्होंने अधिकारियों को नौ से 14 वर्ष की बालिकाओं को कैंसर से बचने के लिए एचपीवी वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए. आनंदीबेन पटेल ने जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की बालिकाओं को अपने आवास पर भोजन उपलब्ध कराने की पहल की सराहना की. साथ ही इसे अन्य जिलों में भी लागू करने का सुझाव दिया.



Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button