head coach gautam gambhir support staff under bcci radar for travelling with personal assistant australia

BCCI Unhappy With Gautam Gambhir Support Staff: भारतीय टीम के पिछले 2 कोच यानी रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के अंडर भारत कभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज नहीं हारा था. मगर गंभीर के अंडर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) में भारत 2-1 से पिछड़ रहा है और अब शृंखला जीतने की कोई उम्मीद नहीं बची है. राहुल द्रविड़ के उत्तराधिकारी बनने के बाद गंभीर के अंडर भारत को श्रीलंका के हाथों 27 साल में पहली वनडे सीरीज हारनी पड़ी, किसी घरेलू सीरीज में पहली बार क्लीन स्वीप होना पड़ा और अब 10 साल से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया का जीतने का सिलसिला खत्म होने जा रहा है.
अब पीटीआई अनुसार भारतीय टीम के सपोर्ट स्टार्फ का एक खास सदस्य अपने पर्सनल असिस्टेंट के साथ पूरे ऑस्ट्रेलिया का भ्रमण कर रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि सपोर्ट स्टाफ का यह असिस्टेंट विशेषाधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रहा है. इस व्यक्ति के पास इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान फील्ड ऑफ प्ले (एफओपी) की पहुंच प्राप्त थी. यह व्यक्ति मैचों के बाद फ्रैंचाइजी की जर्सी पहन कर मैदान में घूमता हुआ दिखाई पड़ता था. वहीं ऑस्ट्रेलिया में इस व्यक्ति को अधिक महत्व दिए जाने से BCCI के सदस्य खुश नहीं हैं.
इसी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारतीय टीम के अंदर सबकुछ ठीक नहीं है. गौतम गंभीर के सपोर्ट स्टाफ पर नजर डालें तो उसमें मोर्ने मोर्केल, रायन टेन डोइशे और अभिषेक नायर शामिल हैं. वो गंभीर के असिस्टेंट कोच बने हुए हैं और टी दिलीप ने फील्डिंग कोच के तौर पर अपनी जगह को सुरक्षित रखा था. फिलहाल के लिए कह पाना मुश्किल है कि सपोर्ट स्टाफ का कौन सा मेंबर सवालों के घेरे में है और यह पर्सनल असिस्टेंट कौन है?
पीटीआई के हवाले से बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अभी एक टेस्ट बाकी है. उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी भी होनी है. यदि तक टीम कोच गंभीर के भारतीय खिलाड़ियों के साथ रिलेशन नहीं सुधरते हैं और चैंपियंस ट्रॉफी में भारत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है तो गंभीर का कोच पद भी सुरक्षित नहीं रहेगा.
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