KL Rahul Bad Forms Creates A Controversy And Twitter War Between Former Cricketers Venkatesh Prashad And Aakash Chopra

IND vs AUS 2023, Venkatesh Prashad vs Aakash Chopra: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चल रही 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले दोनों मैचों में हरा दिया है. इन दोनों मैचों में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ ढाई दिनों में बहुत ही आसानी से हरा दिया. ऐसे में जाहिर है कि भारत की तरफ से बहुत सारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किए होंगे, लेकिन अभी तक इस सीरीज में भारतीय टीम के लिए सबसे बुरी चीज केएल राहुल का बुरा फॉर्म रहा है. हालांकि, केएल राहुल इस सीरीज से पहले भी बुरे फॉर्म से गुजर रहे थे.
इस सीरीज में केएल राहुल का फॉर्म खराब ही है. उन्होंने दिल्ली टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 18 रन बनाए, जबकि नागपुर टेस्ट मैच में भी उन्होंने सिर्फ 20 रनों की पारी खेली थी. इसका मतलब है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 में केएल ने अब तक 2 मैचों की 3 पारियों में सिर्फ 38 रन बनाए हैं. केएल इस फॉर्म की वजह से अब भारत के दो पूर्व क्रिकेट में भिड़त हो गई है. एक तरफ भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंक्टेश प्रसाद हैं, तो दूसरी ओर पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा हैं.
केएल राहुल के फॉर्म की वजह से हुई बहस
वेंक्टेश प्रसाद ने 18 फरवरी को केएल राहुल के बुरे फॉर्म के बारे में एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए थे. पूर्व तेज गेंदबाज ने सबसे पहले लिखा कि, “मैं केएल राहुल की काबिलियत और क्षमता का काफी सम्मान करता हूं, लेकिन दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 साल से ज्यादा बिताने के बाद 46 टेस्ट मैचों में सिर्फ 34 का औसत होना काफी सामान्य प्रदर्शन है.”
इसके आगे वेंकटेश प्रसाद ने लिखा कि, प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में शामिल होने का मौका नहीं मिल रहा है. शिखर का टेस्ट में औसत 40 का था और मयंक का 41+ था, जिसमें दो दोहरे शतक शामिल थे. शुभमल गिल शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. सरफराज खान भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक लगाए जा रहे हैं और ऐसे बहुत सारे खिलाड़ी हैं, जो केएल राहुल से पहले मौका पाना डिज़र्व करते हैं.
प्रसाद ने आगे कहा कि, उनका टीम में होना न्याय के प्रति लोगों में मौजूद विश्वास को हिला देता है. शिवसुंदर दास और सदगोपन रमेश में भी भरपूर टैलेंट था, दोनों का औसत 38 से ज्यादा था, लेकिन फिर भी 23 टेस्ट मैच से ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला. राहुल का लगातार टीम में होना यह मैसेज देता है कि भारत में अच्छे बल्लेबाजों की कमी है, जो कि सही नहीं है. पिछले पांच सालों की 47 पारियों में उनका औसत 27 से कम का है.
भारत के इस पूर्व मैच विनर खिलाड़ी ने कहा कि, मेरे अनुसार से वह इस वक्त भारत के 10 सर्वश्रेष्ठ ओपनर बल्लेबाजों में से एक नहीं है. कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच वाला प्रदर्शन करने के बाद भी अगले मैच में ड्रॉप होना पड़ता है. केएल राहुल किसी भी तरह से इस वक्त भारत के लिए एक मैच विनर खिलाड़ी नहीं है.
आकाश चोपड़ा ने दिया जवाब
वेंकटेश प्रसाद के इस लगातार ट्विटर हमलों का जवाब आकाश चोपड़ा ने दिया है. आकाश चोपड़ा ने पहले अपने यूट्यूब चैनल पर वेंकटेश के ऊपर निशाना साधा और फिर ट्विटर पर भी दोनों में बहसबाजी शुरू हो गई.आकाश ने पहले अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा कि, “जैसे ही केएल राहुल कम रन पर आउट हो जाते हैं, वह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगते हैं. हर कोई अपनी राय देना चाहता है और उनकी आलोचना करता चाहता है.” इसके आगे आकाश ने कहा कि, “मुझे लगता है कि वेंकटेश प्रसाद के ट्वीट ने आग में घी डालने का काम किया है. वह एक पूर्व क्रिकेटर हैं, उन्हें यह बात पता होनी चाहिए कि हमें एक गेम के बीच में किसी क्रिकेटर की आलोचना नहीं करनी चाहिए और जबकि अभी एक पारी बाकी भी है. खेल के बाद आप निश्चित रूप से किसी भी खिलाड़ी के बारे में अपना राय रख सकते हैं.”
इसके बाद आकाश चोपड़ा ने वेंकटेश प्रसाद के ट्वीट का भी जवाब देते हुए कहा, वेंकी भाई, टेस्ट मैच चल रहा है, कैसा रहेगा, अगर आप कम से कम दोनों पारियों को खत्म होने दें, हम सभी एक टीम यानी इंडिया के हैं. मैं आपको अपनी राय को वापस लेने नहीं कह रहा है. लेकिन इसकी टाइमिंग और बेहतर हो सकती थी, आखिरकार, हमारा खेल ‘टाइमिंग’ का ही तो है.
आकाश के इस ट्वीट का जवाब देते हुए वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि,
ईमानदारी से कहूं तो कोई फर्क नहीं पड़ता है, आकाश. मेरे हिसाब से अगर वह दूसरी पारी में अर्धशतक भी बना लेते हैं तो भी यह एक उचित आलोचना है. मैच के बीच और मैच के बाद की बात का कोई मतलब नहीं है. यूट्यूब पर आपके प्यारे वीडियो के लिए शुभकामनाएं. मैं उनका आनंद लेता हूं.
इसके बाद 19 फरवरी यानी आज वेंकटेश ने एक और ट्वीट करके कहा कि, कुछ लोग ऐसा सोच रहे हैं कि केएल राहुल से मेरी कोई निजी दुश्मनी है. असल, में सच इसका बिल्कुल उल्टा है. मैं उनके लिए अच्छी कामना करता हूं, और इस तरह के फॉर्म में होने से कभी उनका आत्मविश्वास नहीं बढ़ेगा. अब घरेलू सीजन भी समाप्त हो गया है.
भारत के इस पूर्व गेंदबाज ने कहा कि, केएल राहुल को पुजारा की तरह इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट में खेलकर रन बनाने और टीम में अपनी जगह वापस पक्की करने की जरूरत है. देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने और फॉर्म में आने के लिए हर संभव प्रयास करना उनके लिए सबसे अच्छा जवाब होगा. लेकिन क्या उनके लिए आईपीएल छोड़ना संभव होगा?