भांजी ने मामा को ही लगा दिया चूना, मीठी-मीठी बातों में फंसाकर ऐसे ऐंठ लिए 43 लाख रुपये


मामा से ठगे 43.5 लाख रुपये
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पेट्रोल पंप खुलवाने के नाम पर एक भांजी ने अपने ही मामा से लाखों रुपये ठग लिए. इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. दरअसल हल्दौर की रहने वाली नीता अपने पति प्रदीप और चार अन्य लोगों के साथ नहटौर के मोहल्ला दुर्गा विहार निवासी मामा चंद्रपाल सिंह के घर आई और उन्हें पेट्रोल पंप लगवाने का झांसा दिया. इसके बाद उसने अपने मामा चंद्रपाल से 43 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली.
आरोपियों ने चंद्रपाल को विश्वास दिलाने के लिए पेट्रोल टैंक और फ्यूल मेजरिंग मशीन भी भेज दी. साथ ही कुछ दस्तावेज भी उपलब्ध करा दिए, लेकिन दो-ढाई साल बीतने पर भी पेट्रोल पंप की मंजूरी नहीं मिली. इसके बाद जब पीड़ित ने अपनी उन लोगों से वापस मांगनी शुरू की तो आरोपी उन्हें टालते रहे. फिर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.
भांजी ने मामा को फंसाया
नहटौर के मोहल्ला दुर्गा विहार के रहने वाले चंद्रपाल सिंह ने कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि नीता उनकी सगी भांजी हैं, जो अपने पति के साथ हल्दौर के हरदासपुर गढ़ी गांव में रहते हैं. 10 जनवरी 2021 को वह अपने पति प्रदीप, जेठ कुलदीप, ससुर खेम सिंह, परिचित मोहित गुप्ता व उसकी पत्नी सुभद्रा नंद निवासीगण नंदनगर, थाना कुंद्रा घाट, जिला गोरखपुर को लेकर नहटौर उनके घर आई.
43.5 लाख रुपये ठग लिए
इसके बाद सभी ने चंद्रपाल से कहा कि कि मोहित गुप्ता के नजदीकी रिश्तेदार पेट्रोलियम मंत्रालय में बड़े अधिकारी हैं. पेट्रोल पंप का लाइसेंस मिल जाएगा. उन्होंने चंद्रपाल को नहटौर कोतवाली रोड पर हाईवे के किनारे स्थित जमीन पर पेट्रोल पंप लगवाने का झांसा दिया और पांच लाख रुपये एडवांस ले लिए.
इसके बाद उसने अलग-अलग समय पर नकद और नेट बैंकिंग के जरिए उनसे कुल 43 लाख 50 हजार 35 रुपये ले लिए. विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने 31 मार्च 2022 को एक जमीन के अंदर दबाने वाला पेट्रोल टैंक और फ्यूल मशीन भी भिजवा दी.
अब 6 लोगों पर केस दर्ज
इसके अलावा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ से जारी फर्जी एनओसी भी दी. दो साल बीतने के बाद भी आरोपियों ने उसे पेट्रोल पंप के लाइसेंस की मंजूरी की कोई फाइल नहीं दी. इस पर जब उसने अपनी रकम वापस मांगी तो आरोपियों ने उसकी रकम वापस नहीं की. कोर्ट के आदेश पर नहटौर थाना पुलिस ने जालसाज भांजी और फ्रॉड में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए दो टीमें बना कर गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है.