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महाकुंभ में मौनी अमावस्या जैसा न हो हादसा, इसलिए प्रशासन ने बसंत पंचमी के लिए क्या किए इंतजाम?

महाकुंभ में मौनी अमावस्या जैसा न हो हादसा, इसलिए प्रशासन ने बसंत पंचमी के लिए क्या किए इंतजाम?

महाकुंभ में भीड़

मौनी अमावस्या की रात प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 श्रद्धालु घायल हुए हैं. हादसे से सबक लेते हुए प्रशासन ने बसंत पंचमी के लिए व्यापक इंतजाम करना शुरू कर दिया है. लखनऊ से सीनियर आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को तत्काल प्रयागराज महाकुंभ भेजा गया है. खासकर उनअधिकारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है जो प्रयागराज में तैनात रहे हो या फिर क्राउड मैनेजमेंट करने में माहिर माने जाते हैं.

प्रयागराज में मंडल आयुक्त रहे यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी रहे भानु चंद गोस्वामी को महाकुंभ भेजा गया है. इसके अलावा कई और सीनियर आईएएस अधिकारियों को भेजने की तैयारी की जा रही है. आईपीएस सुजीत पांडेय सहित कई आईपीएस अधिकारियों को भी प्रयागराज भेजने की तैयारी है. हादसे को लेकर कल मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज जाएंगे घटना की समीक्षा करेंगे और आने वाले बसन्त पंचमी स्नान को लेकर के अधिकारियों के साथ कई राउंड की बैठक भी करेंगे.

किए गए पांच बड़े बदलाव

महाकुंभ में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं. पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिससे किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. मेला DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन घोषित करते हुए सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है. इसके साथ ही VVIP पास रद्द करते हुए किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं देने का निर्णय लिया गया है.

4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध

श्रद्धालुओं के घाट पर स्नान को सुगम बनाने के लिए रास्ते वन-वे किए गए हैं. स्नान करने बाद जिस रास्ते से जाएंगे उस रास्ते से वापस अपने गंतव्य को नहीं आएंगे, बल्कि दूसरे रास्ते से लोग गंतव्य पहुचेंगे. 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध लगाते हुए शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी. ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए कुंभ करा चुके अधिकारियों की भी मदद ली जा सकती है.

2 फरवरी तक ट्रेनें निरस्त

रेलवे ने प्रयागराज आने वाली दर्जनों कुंभ विशेष ट्रेनों को 2 फरवरी तक निरस्त किया है. महाकुंभ में मौनी अमावस्या जैसा न हो हादसा, इसलिए प्रशासन ने बसंत पंचमी के लिए कड़े इंतजाम किए हैं. भारी -भीड़ और ट्रैफिक को देखते हुए पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और एमपी के माल वाहक वाहनों को 31 जनवरी की सुबह तक यूपी के सीमावर्ती जिलों जैसे सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, गाजीपुर और बलिया में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया गया है.

जिले की सीमा पर रुकेंगे वाहन

प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले सवारी वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी ने बैठक में निर्देश दिये कि 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान होना है. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक गुरुवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करें. बसंत पंचमी के दृष्टिगत सुरक्षा व सुविधा से जुड़े हर एक बिंदु पर फोकस करें.



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