मां बाप डॉक्टर, बेटी बनी IPS… महज 22 साल की उम्र में कैक्र किया UPSC एग्जाम | upsc civil services result 2023 hardoi girl ishita gupta of got 154th rank know success story stwas


हरदोई की इशिता गुप्ता को UPSC परीक्षा में मिली 154वीं रैंक.
हरदोई जिले की इशिता गुप्ता ने UPSC की परीक्षा में देशभर में 154वीं रैंक हासिल की है. इशिता गुप्ता को ये कामयाबी अपने दूसरे अटेंप्ट में हासिल हुई है. इशिता गुप्ता ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के अधीन इंद्रप्रस्थ गर्ल्स कॉलेज से बैचलर की डिग्री प्राप्त की है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर दंपति की बेटी के चयन IPS पद के लिए हुआ है. वहीं दूसरी तरफ इशिता की कामयाबी को लेकर हरदोई के लोग काफी खुश हैं और इसे हरदोई की बेटी की कामयाबी मान रहे हैं. यही नहीं सोशल मीडिया पर बच्चे इशिता की फोटो लगाकर उनके जैसा बनने की बात लिख रहे हैं. कहीं न कहीं हरदोई की 22 वर्षीय इस बेटी ने अपने मां-बाप का नाम तो रोशन किया ही है, साथ ही हरदोई का नाम भी रोशन कर दिया है.
बता दें कि हरदोई शहर के नघेटा रोड स्थित निर्मला नर्सिंग होम के डॉ. आरपी गुप्ता एवं डॉ. अंजू गुप्ता की बेटी इशिता गुप्ता ने UPSC में धमाल मचा दिया है. पूरे देश में इशिता ने 154वीं रैंक हासिल की है. इस खबर से इशिता के परिजनों और रिश्तेदारों के अलावा हरदोई जनपद में खुशी का माहौल है. दूसरे प्रयास में सफलता पाने वाली इशिता गुप्ता को IPS का पद एलॉट होगा. उनकी इस उपलिब्ध की जानकारी मिलते ही परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई.
22 साल की उम्र में इशिता को मिली सफलता
बेटी की तरक्की पर फूले नहीं समा रहे पिता डॉ. आरपी गुप्ता ने बताया कि इशिता की उम्र अभी महज 22 साल ही है. उनकी हाईस्कूल की पढ़ाई हरदोई में हुई. सेंट जेवियर्स स्कूल से हाईस्कूल और 12वीं की परीक्षा उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल बसंतकुंज नई दिल्ली से 96 फीसदी अंक के साथ पास की थी. उन्होंने दिल्ली विश्व विद्यालय के अधीन संचालित इंद्रप्रस्थ गर्ल्स कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है. बेटी की सफलता पर चिकित्सक माता-पिता बेहद खुश हैं.
गुरु, माता-पिता और दोस्तों को दिया कामयाबी का श्रेय
एक तरफ जहां माता-पिता के साथ-साथ हरदोई जिले के रहने वाले लोग इशिता की इस कामयाबी पर गौरव महसूस कर रहे हैं तो वहीं इशिता ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और दोस्तों को दिया है. साथ ही यह भी कहा है कि अगर सच्ची लगन से मेहनत की जाए तो हर मुश्किल आसान लगने लगती है. कहीं न कहीं लगातार प्रयास करने के बाद में उन्होंने यह कामयाबी पाई है. इसके लिए वह ईश्वर का भी धन्यवाद करती हैं.