‘मुख्तार की तरह हम भी देंगे शहादत, मगर ये जालिम हुकूमत….’, अफजाल अंसारी ने क्यों कही ये बात? | Ghazipur loksabha election Like Mukhtar we will also give martyrdom why did Afzal Ansari say this stwtg


मुख्तार और अफजाल अंसारी (फाइल फोटो)
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अब इसका किस तरह सियासी फायदा उठाया जा रहा है, ये लोकसभा चुनाव में साफ दिख रहा है. सबसे ज्यादा मुख्तार के नाम का इस्तेमाल तो खुद उनके बड़े भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ही कर रहे हैं. अफजाल अंसारी जो गाजीपुर लोकसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं, उनकी एक जनसभा का वीडियो वायरल हुआ है. इसमें उन्होंने मुख्तार अंसारी को भगत सिंग, राजगुरु और सुखदेव की तरह कुर्बानी देने वाला बता डाला.
अफजाल ने कहा कि जिस तरह भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और अशफाक देश की आजादी के लिए शहीद हुए. उसी तरह हमारे भाई मुख्तार भी शहीद हुए हैं. उन क्रांतिकारियों (भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और अशफाक) की शहादत का ही नतीजा है कि आज हमारा देश अंग्रेजों की हुकूमत से आजाद है. अगर वो ये बात सोचते ही हम क्यों देश के लिए शहीद हों, तो शायद हमारा भारत कभी आजाद न होता. इसी तरह आज की हुकूमत हमें गुलाम बनाने की कोशिश कर रही है. जिसके लिए हमें लड़ना होगा. अफजाल ने कहा कि समाज को इस जालिम हुकूमत से बचाने के लिए मुख्तार ने शहादत दी.
उन्होंने कहा कि हमारा पूरा खानदान मुख्तार की तरह शहादत देने को तैयार है. बस इस जालिम हुकूमत का पतन होना चाहिए. लेकिन ये तब तक नहीं हो पाएगा जब तक हम इस जालिम हुकूमत के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे. सिर्फ पूर्वांचल ही नहीं, आसपास के प्रदेशों में भी इस गुनाह ने सरकार की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल, अफजाल का कहना था कि मुख्तार को बेवजह मारा गया है. यही सरकार का गुनाह है.
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मुख्तार को पंसद करते थे लोग
अफजाल ने आगे कहा कि मुख्तार के जनाजे समय भी जब भीड़ शामिल होने आ रही थी तो पुलिस ने तमाम कोशिशें कीं कि वे आ न सकें. बावजूद इसके भीड़ मुख्तार के लिए आई. मुख्तार को सभी ने रोकर अलविदा किया. प्रशासन ने तो यहां तक कि पूरे जनपद को ही सील कर दिया था. गंगा नदी पर बने चह पुल को भी खोल दिया था. बावजूद इसके मुख्तार के चाहने वालों को प्रशासन रोक नहीं पाया. यही दिखाता है कि मुख्तार को लोग कितना पसंद करते थे.
मुख्तार अंसारी की मौत
बता दें, बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की 28 अप्रैल को हार्टअटैक से मौत हो गई थी. लेकिन अंसारी परिवार ने इसे सुनियोजित हत्या बताया. बाद में विसरा रिपोर्ट आई तो भी इसी बात का खुलासा हुआ कि मुख्तार की मौत हार्टअटैक से हुई थी. लेकिन अब भी परिवार ये बात मानने को तैयार नहीं है. अंसारी परिवार ने कहा कि इसकी जांच के लिए वो और ऊपर तक जाएंगे.