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सिवान के लाल, UP के सिंघम, 300 एनकाउंटर… कौन हैं IPS प्रशांत कुमार, जिन्हें चौथी बार मिला गैलेंट्री अवॉर्ड? | up police dg law and order ips prashant kumar honored gallantry award for fourth time stwas

सिवान के लाल, UP के सिंघम, 300 एनकाउंटर... कौन हैं IPS प्रशांत कुमार, जिन्हें चौथी बार मिला गैलेंट्री अवॉर्ड?

यूपी डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार (फाइल फोटो).

उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी मंजिल सैनी को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति के हाथों ‘गैलेंट्री अवॉर्ड’ से सम्मानित किया जाएगा. मूलरूप से बिहार के रहने वाले यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार फिलहाल पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था के पद पर पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं, जबकि मंजिल सैनी एनएसजी में डीआईजी हैं और दिल्ली में तैनात हैं. सबसे पहले पुलिस पराक्रम के इस सबसे बड़े सम्मान से सम्मानित होने वाले प्रशांत कुमार के बारे में जानते हैं…

यूपी पुलिस में ‘सिंघम’ नाम से जाने-जाने वाले प्रशांत कुमार लगातार चौथी बार ‘गैलंट्री अवॉर्ड’ से सम्मानित किए जाएंगे. बिहार में जन्मे प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इनके कार्यकाल में कुख्यात अपराधियों और माफियाओं का खात्मा हुआ है. इनकी मूछों की चर्चा भी पूरे पुलिस महकमे में होती है. प्रशांत कुमार की पत्नी आईएएस अधिकारी थीं. रिटायरमेंट के बाद उन्हें यूपी रेरा का मेंबर बनाया गया है. प्रशांत कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी अधिकरियों में माना जाता है. सरकार के हर ट्रबल को निपटाने वाले प्रशांत कुमार को सरकार का ‘ट्रबल शूटर’ भी कहा जाता है.

सिवान के रहने वाले हैं IPS प्रशांत कुमार

आईपीएस प्रशांत कुमार बिहार के सिवान जिले के रहने वाले हैं. हुसैनगंज प्रखंड के छाता पंचायत स्थित हथौडी गांव में इनका घर है. हालांकि गांव में अब परिवार के लोग रहते नहीं हैं. सिर्फ प्रशांत कुमार के रिश्तेदार ही गांव में रहते हैं. प्रशांत कुमार सापरिवार पर्व-त्योहारों में गांव आते-जाते हैं. इनकी प्रारंभिक शिक्षा सीवान से ही हुई है. हालांकि, उच्च शिक्षा अन्य प्रदेश से प्राप्त की है. आईपीएस बनने से पहले प्रशांत कुमार ने MSc, MPhil और MBA की पढ़ाई की थी. 1990 में इनका चयन आईपीएस के पद पर हुआ और तमिलनाडु कैडर अलॉट हुआ.

UP कैडर की IAS डिंपल वर्मा से की थी शादी

हालांकि, 1994 में यूपी कैडर की आईएएस डिंपल वर्मा से शादी के बाद यूपी कैडर में ट्रांसफर हो गया. प्रशांत कुमार को खासतौर पर क्राइम में अंकुश लगाने के लिए जाना जाता है. यही वजह है कि योगी सरकार में इन्हें बेहद महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी है, जिस पर प्रशांत कुमार कई मौकों पर खरे भी उतरे हैं. कहा जाता है कि प्रशांत कुमार ने अब तक 300 से अधिक एनकाउंटर को अंजाम दिया है, जबकि एक हजार से ज्यादा अपराधियों का एनकाउंटर उनकी निगरानी में हुआ है.

चौथी बार ‘गैलेंट्री मेडल’ से सम्मानित हुए प्रशांत कुमार

आईपीएस प्रशांत कुमार को बहादुरी और उत्कृष्ट कार्य के लिए तीन बार ‘गैलेंट्री मेडल’ मिल चुका था, ये चौथी बार है जब इन्हें ‘गैलेंट्री मेडल’ मिलेगा. 2020 और 2021 में प्रशांत कुमार को वीरता पुरस्कार से नवाजा गया था. प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) अंतरराज्यीय गैंगस्टर शिव शक्ति नायडू के एनकाउंटर के लिए प्रदान किया गया था. एक बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों भी सम्मानित हो चुके हैं.

2005 बैच की IPS अधिकारी हैं मंजिल सैनी

अब बात महिला आईपीएस अधिकारी मंजिल सैनी की करते हैं. मंजिल सैनी पहली बार यह अवॉर्ड पाएंगी. गृह मंत्रालय की ओर से उनके नाम का भी ऐलान कर दिया गया है.NSG की DIG मंजिल सैनी वर्ष 2005 बैच की आईपीएस अफसर हैं. उन्होंने ग्रेजुएशन दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया है. मंजिल सैनी अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी एग्जाम क्रैक करने में कामयाब रहीं. वह लखनऊ, रामपुर और मेरठ में बतौर एसएसपी की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. इस दौरान उन्होंने काफी अच्छा काम किया.लखनऊ के एसएसपी का पद संभालने वालीं वो पहली महिला अफसर रही हैं.

किस बहादुरी के लिए प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी को मिला गैलेंट्री अवॉर्ड?

आईपीएस प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी की जाबांजी की कहानी भी मशहूर है. दरअसल, साल 2017 में यह दोनों अधिकारी एक साथ मेरठ में तैनात थे. जुलाई महीने में कावड़ यात्रा चल रही थी. प्रशांत कुमार ADG जोन मेरठ थे, जबकि मंजिल सैनी एसएसपी मेरठ थीं. सफल कावड़ यात्रा उस वक्त सरकार की एजेंडे पर थी. लिहाजा दोनों अधिकारी इसे सफल बनाने में जुटे थे. इसी दौरान दिल्ली स्थित प्रीत विहार के मेट्रो हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर श्रीकांत गौड़ को किडनैप कर 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी.

अपराधियों से हुई मुठभेड़, डॉक्टर की बचा ली जान

दिनदहाड़े हुई इस किडनैपिंग की जानकारी दिल्ली पुलिस के द्वारा तत्कालीन ADG मेरठ जोन प्रशांत कुमार और SSP मेरठ मंजिल सैनी को दी गई.दिल्ली पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर अपराधियों की लोकेशन ट्रेस की गई. उस वक्त मेरठ में कांवड़ मेला शिखर पर था, लेकिन एक साहासिक मुठभेड़ के बाद आईपीएस प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी की टीम ने डॉक्टर श्रीकांत को सकुशल बरामद कल लिया.

जानकारी के मुताबिक, चार अपहरणकर्ताओं को जिनके द्वारा फिरौती की मांग की गई थी, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया था. उनके पास से पिस्टल, राइफल, कारतूस आदि बरामद हुए थे. इसी मुठभेड़ में अपनी वीरता दिखाने को लेकर आईपीएस प्रशांत कुमार और मंजिल सैनी को राष्ट्रपति द्वारा गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा.

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