क्या जारी है महाकुंभ? अभी भी पहुंच रही संगम में श्रद्धालुओं की भीड़, शाम तक 2 लाख ने लगाई डुबकी!


महाकुंभ की समाप्ति के बाद भी श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट पर उमड़ रही है.
प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर पौष पूर्णिमा से शुरू हुए महाकुंभ का समापन हो चुका है. महाकुंभ प्रशासन ने महाशिव रात्रि के दिन ही इसके समापन की आधिकारिक घोषणा कर दी. संचार के विभिन्न माध्यमों से भी इसकी जानकारी दी गई. बावजूद इसके प्रयागराज के संगम तट पर आ श्रद्धालुओं उमड़ रहे हैं. भीड़ को देख ऐसा लग रहा है कि श्रद्धालु स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि महाकुंभ का समापन हो चुका है.
13 जनवरी से शुरू हुए प्रयागराज महाकुंभ का 26 फरवरी को विधिवत समापन हो गया. 45 दिन चले इस महाकुंभ में 66 करोड़ 33 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई. प्रशासन ने महाकुंभ का समापन कर व्यवस्था के लिए लगाई गई विभिन्न एजेंसियों को जाने की अनुमति भी दे दी, लेकिन समापन के दूसरे दिन संगम में जुटे जन सैलाब से हालात कुछ और ही नजर आए. संगम नोज के आसपास के सभी घाट श्रद्धालुओं से पट गए.
‘हमारे लिए त्रिवेणी ही कुम्भ है’
मध्य प्रदेश के रीवा से आए विपिन का कहना है कि भीड़ के सैलाब को देखते हुए वह अपने परिवार के साथ त्रिवेणी स्नान करने आए हैं. उनके लिए अभी भी महाकुंभ का पुण्य त्रिवेणी के स्नान से है. महाकुंभ में पुण्य की डुबकी लगा चुके अवध शरण का कहना है कि वैसे तो वह महाकुंभ में संगम में पुण्य डुबकी लगा चुके हैं, लेकिन वह दुबारा इत्मीनान के साथ पुण्य अर्जित करने यहां आए हैं. उनका कहना है कि हमारे लिए त्रिवेणी ही कुम्भ है, प्रशासन की घोषणा नहीं.
दो लाख से अधिक लोगों ने लगाई संगम में डुबकी
सुबह से संगम में श्रद्धालुओं का रेला आ रहा है. सड़कों में बैरिकेड्स हटा दिए गए हैं, इसलिए चार पहिया वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं. पांटून पुल में आवाजाही पर लगी पाबंदी हटा लेने से हर दिशा से श्रद्धालु आ रहे हैं. शहर की पब्लिक को तो जैसे सुनहरा अवसर मिल गया हो, इसलिए हर घाट पर पब्लिक ही पब्लिक है. तीर्थ पुरोहित राजेंद्र पालीवाल का कहना है कि श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नहीं दिख रही है. उनका कहना है कि जन मानस प्रशासन का गुना गणित नहीं अपनी सहूलियत और आस्था से चलता है. शाम तक दो लाख से अधिक लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं.
उजड़ने लगा तंबुओं का शहर लेकिन घाट है आबाद
महाकुंभ प्रशासन अपनी एजेंसियों के साथ किए गए एग्रीमेंट से बंधा है, लिहाजा महाकुंभ में तंबूओं का शहर उजड़ने लगा है. महाकुंभ के 25 सेक्टर में 15 सेक्टरों में तंबू उखड़ चुके हैं, लेकिन सेक्टर 1, 2, 3 और 4 में परेड की तरफ और नैनी की तरफ अरैल घाट में अभी भी तंबू लगे हुए हैं. व्यवसायिक दुकानों की मौजूदगी और कई सरकारी विभागों के शिविर भी मौजूद हैं, जहां आगंतुक घूम सकते हैं. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि महाकुंभ की व्यवस्था के लिए लगाई गई पुलिस को रिलीज करने के आदेश हो चुके हैं.