‘जब पढ़ा लिखा नहीं था बाबू किसान तो कैसे लिखा सुसाइड नोट..?’ आशु दिवाकर के परिजनों का सवाल | kanpur chakeri farmer babu singh yadav suicide case accused priyaranjan ashu diwakar-stwma


आरोपी आशु के परिजन मृतक किसान का सुसाइड नोट दिखाते हुए
कानपुर के बहुचर्चित चकेरी किसान आत्महत्या मामले में नया मोड़ आया है. मामले के आरोपी प्रियरंजन आशु दिवाकर के परिजनों ने मृतक किसान बाबू सिंह यादव के सुसाइड नोट पर सवाल खड़ा कर दिया है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि सुसाइड नोट फर्जी है और इसे मृतक की बेटी ने लिखा है. परिजनों ने भारतीय जनता पार्टी और पुलिस-प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं. आरोपी आशु दिवाकर पर 1 लाख रूपये का इनाम घोषित है और वह फरार चल रहा है. रविवार को उसकी मां का निधन हो गया था.
चकेरी थाना क्षेत्र के गांव अहिरवां के रहने वाले किसान बाबू सिंह यादव ने 9 सितंबर को ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड किया था. मृतक किसान ने सुसाइड से पहले एक पत्र लिखा था. सुसाइड नोट में मृतक बाबू सिंह ने आशु पर उसकी जमीन के रूपये हड़पने का आरोप लगाया था. मृतक किसान बाबू सिंह के परिवार ने प्रियरंजन आशु दिवाकर सहित 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी आशु तभी से फरार चल रहा था. आशु पर 1 लाख रूपये का इनाम भी घोषित किया गया है. रविवार को उसकी मां उर्मिला का निधन हो गया. परिजनों ने आशु को निर्दोष बताया है और मृतक बाबू सिंह के सुसाइड नोट को फर्जी बताया है.
परिजनों ने लगाया मृतक किसान की बेटियों पर आरोप
आशु दिवाकर के परिजनों ने मीडिया के सामने सुसाइड नोट को दिखाते हुए उसे झूठा बताया. उनका कहना था कि जब बाबू सिंह पढ़ा लिखा नहीं था तो सुसाइड नोट किसने लिखा. उन्होंने आरोप लगाया कि सुसाइड नोट बाबू सिंह की बेटियों ने लिखकर वायरल किया है. उन्होंने सुसाइड नोट पर लिखी हैंडराइटिंग और बाबू सिंह के हस्ताक्षर के मिलान के लिए पुलिस से मांग की. परिजनों का आरोप है कि उनके घर के सदस्य को परेशान किया जा रहा है. इसी परेशानी के चलते आशु की मां की मौत हो गई.
नरेंद्र यादव पर लगाया आरोप
आरोपी आशु दिवाकर की भाभी रेनू ने मीडिया को बताया कि बाबू सिंह की जमीन नरेंद्र यादव नाम के भूमाफिया ने हथिया रखी थी. नरेंद्र से बाबू सिंह को अपनी जान का खतरा था. यह बात बाबू सिंह ने आशु के ड्राइवर बबलू को बताकर आशु से मदद मांगी थी. आरोप है कि नरेंद्र यादव सपा नेता है जो बाबू सिंह की जमीन पर कब्जा किये हुए था. उनका कहना है कि आशु दिवाकर के अकाउंट से किसी भी तरह का लेनदेन नही हुआ है.
परिजनों का आरोप भाजपा नेताओं ने नही की मदद
परिजनों का कहना है कि वह पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं. वह चाहते हैं कि आशु दिवाकर की अग्रिम जमानत में कोई बाधा ना आए. जमानत होने के बाद आशु दिवाकर मामले में पूरी तरीके से कानून का सहयोग करेगा. आशु दिवाकर भाभी का कहना है कि आशु ने बीजेपी के लिए दिन रात एक कर दिया, लेकिन उनकी मदद के लिए अभी तक पार्टी के किसी नेता ने उनकी मदद नही की. उन्होंने कहा कि जब तक आंसू दिवाकर की न्याय नही मिलेगा तब तक मां का शव घर पर रखे रहेंगे.
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