डॉक्टर साहब देख लो… अस्पताल के गेट पर तड़प रहा था दिव्यांग बेटा, मां ने रो-रोकर लगाई गुहार – Hindi News | Negligence of 100 bed hospital in kannauj disabled patient dies due to lack of treatment stwas


कन्नौज में सौ शैय्या अस्पताल के गेट पर पड़ा दिव्यांग मरीज.
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की ऐसी संवेदनहीनता सामने आई, जिसकी बानगी देखकर हर किसी का कलेजा कांप जाएगा. रोती-बिलखती एक मां अपने घायल बेटे को डॉक्टर से बचा लेने की गुहार लगाती रही. बिना इलाज काफी देर तक बेटा अस्पताल के गेट पर ही पड़ा रहा, लेकिन उसको किसी भी स्वास्थ्य कर्मी ने हाथ तक लगाने की जहमत नहीं उठाई, जिसके बाद अपने बेटे को पल-पल मौत के करीब जाता देख मां बदहवास इधर-उधर चिल्लाती रही. थोड़ी देर बाद घायल बेटे ने इलाज न मिल को पाने के कारण दम तोड़ दिया.
पूरा मामला छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के पश्चिमी बाईपास के पास का है. यहां पर दिनेश (40) जो कि दिव्यांग था और इधर-उधर मांगकर जैसे-तैसे अपने परिवार का पालन-पोषण करता था. दिव्यांग दिनेश छिबरामऊ बाईपास पर सड़क क्रॉस कर रहा था, तभी एक ट्रक की चपेट में आ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तत्काल दिनेश को सौ शैय्या अस्पताल भिजवाया. दिनेश को अस्पताल उसकी मां लेकर पहुंची. अस्पताल के गेट पर काफी देर तो उसको कोई नहीं मिला, लेकिन थोड़ी देर बाद कोई स्वास्थ्य कर्मी आया और स्ट्रेचर छोड़कर वहीं चला गया.
इलाज न मिलने से तोड़ा दम
मां ने आरोप लगाया कि जब वह बेटे दिनेश को लेकर अस्पताल पहुंची तो वह जिंदा था, लेकिन डॉक्टर ने देखा नहीं. अगर इलाज सही समय पर मिल जाता तो शायद उसकी जान बच जाती. वहीं जब डॉक्टर इलाज करने नहीं आए तो अपने बेटे को पल-पल मरता देख मां सिहर उठी और रोती-बिलखती अस्पताल के गेट पर डॉक्टरों से अपने बेटे की जान बचाने की गुहा लगने लगी. काफी समय तक कोई डॉक्टर नहीं आया. पीड़ित मां जमीन पर पड़े अपने बेटे को पानी के छींटे डालकर जगाने के भी कोशिश कर रही थी, लेकिन उसके बेटे ने तब तक दम तोड़ दिया था.
कोई डॉक्टर चेक तक नहीं करने आया
इस घटना का वीडियो किसी ने बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि सौ सैया अस्पताल के गेट पर एक युवक जो कि दिव्यांग है, वह जमीन पर पड़ा है. पास में स्ट्रेचर खड़ा है और एक बुजुर्ग औरत डॉक्टर से अपने बेटे को बचा लेने की बार-बार गुहार लगा रही है. चिल्ला रही है कि मेरे बेटे को बचा लो. इलाज के लिए कोई तो आ जाओ, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था. वहीं मामले पर जब सौ शैय्या अस्पताल के CMS डॉ. एस के सिंह से बात की गई तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना तरीके से कहा कि मेरी जानकारी में मामला नहीं है. अभी मैं DM की मीटिंग में हूं.