देवबंद: दारुल उलूम में महिलाओं की एंट्री बैन, इस वजह से लिया गया फैसला | UP Deoband Saharanpur darul uloom women entry ban Maulana share reason stwn

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में स्थित मुस्लिम शिक्षण संस्थान दारुल उलूम में महिलाओं के प्रवेश पर बैन लगाया गया है. बैन लगाने के बाद मौलाना कारी इश्हाक गोरा ने लड़कियों और महिलाओं के अंदर प्रवेश पर बैन लगाने के बाद कहा है कि शिक्षण संस्थान को इस तरह के फैसले लेने का पूरा अधिकार है. उन्होंने इस फैसले के पीछे वजह बताई कि लड़कियां यहां आकर रील बनाती थीं जिससे दूसरे बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब होती थी.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला दारुल उलूम के महिलाओं पर बैन वाले आदेश के बाद शुरू हुआ है. इस आदेश के बाद लगातार इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं जिसके बाद मौलाना कारी इश्हाक ने कहा है कि दारुल उलूम के इस आदेश पर किसी को भी परहेज नहीं होना चाहिए, बल्कि इस आदेश को स्वीकार करना चाहिए. मौलाना ने कहा कि देश-विदेश से भी इस मसले पर लगातार शिकायतें मिल रही थीं.
मौलाना ने बैन लगाने वाले सवालों पर कहा कि एक अजीब सी कैफियत सामने आ गई थी, जब लगातार शिकायतें मिलने लगीं तो दारुल उलूम के इंतजामिया ने यह फैसला लिया है. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि इस फैसले का किसी ने भी विरोध नहीं किया है, बल्कि सभी ने इसे स्वीकार किया है. परिसर के अंदर भी कुछ महिलाओं ने विरोध किया था लेकिन बाद में उन्होंने इस आदेश को मान लिया.
बता दें कि दारुल उलूम संस्था के अंदर बन रही लाइब्रेरी और वर्ल्ड फेमस रशीदिया मस्जिद में भी महिलाएं प्रवेश नहीं कर पाएंगी. दारुल उलूम के अंदर बनी सुंदर इमारतों को देखने के लिए अकसर कई महिलाएं चली जाती थीं, अगर उनके परिवार का कोई बच्चा यहां पर पढ़ता है तो इस बहाने से ही महिलाओं इन सुंदर इमारतों को देखने चली जाती थीं. लेकिन, अब नए आदेश के बाद से किसी भी महिला की एंट्री परिसर में पूरी तरह से बैन है.
रिपोर्ट – सुधीर नामदेव