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देवरिया में 16 अक्टूबर को यादव दुबे परिवार से मिलेंगे अखिलेश यादव, 6 लोगों की हुई थी हत्या | Akhilesh Yadav meet Yadav-Dubey family October 16 Deoria 6 people murdered

देवरिया में 16 अक्टूबर को यादव-दुबे परिवार से मिलेंगे अखिलेश यादव, 6 लोगों की हुई थी हत्या

अखिलेश यादव. (फाइल)

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 16 अक्टूबर को देवरिया जाने का फैसला किया है. समाजवादी पार्टी के लखनऊ ऑफिस में मीटिंग के बाद इस फैसले की जानकारी दी गई है. बताया गया है अखिलेश यादव 16 तारीख को फतेहपुर गांव जाएंगे. वहां वे दोनों परिवार से मिलेंगे. आपको बता दें कि 2 अक्तूबर को देवरिया के रूद्रपुर में जमीनी विवाद में 6 लोगों की हत्या हो गई थी. इस हत्याकांड में मृत एक ही परिवार के 5 लोग हैं. देवरिया हत्याकांड के बाद से पूरे इलाके में तनाव है.

जिस दिन ये घटना हुई थी, उस समय यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में थे. इस घटना के बाद उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे. जबकि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि प्रशासन की लापरवाही के कारण छह लोगों की जान चली गई.

अब सवाल ये है कि क्या स्थानीय प्रशासन अखिलेश को रूद्रपुर जाने देगा! क्योंकि हाल में ही जब उन्हें जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण की इजाजत नहीं मिली तो वे गेट की दीवार फांद कर चले गए थे.

कानून-व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर हो सकता है कि अखिलेश यादव के उस दिन घटना स्थल पर न जाने दिया जाए. लेकिन यूपी के सीनियर आईपीएस अफसरों ने बताया है कि अखिलेश यादव जहां मन हो, वहां जाए. अभी तक उन्हें देवरिया जाने से रोकने का कोई इरादा नहीं है. आखिरी फ़ैसला मुख्यमंत्री ऑफिस को करना है.

दूबे परिवार की 13 अक्टूबर को तेरहवीं

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक़ सत्य प्रकाश दुबे परिवार की तेरहवीं 13 अक्टूबर के आयोजित की गई है. दूबे के अलावा उनकी पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे की भीड़ ने हत्या कर दी थी. इस घटना में दुबे का आठ साल का बेटा बुरी तरह घायल हो गया था. अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर उसका हाल चाल भी पूछा था.

घटना वाले दिन दूबे का एक बेटा देवेश बाहर गया था इसीलिए उसकी जान बच गई थी. दुबे परिवार से पहले प्रेम चंद्र यादव की हत्या कर दी गई थी. यादव के घर 17 अक्टूबर को शांति पाठ रखा गया है. उससे ठीक एक दिन पहले ही अखिलेश यादव वहां जा रहे हैं. समाजवादी पार्टी ऑफिस से बताया गया है कि वे दोनों परिवारों से मिलेंगे.

देवरिया हत्याकांड के बाद से पूर्वांचल के एक हिस्से में मामला यादव बनाम ब्राह्मण का हो गया है. हर दिन सोशल मीडिया में दोनों तरफ से लोग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. प्रेम चंद्र यादव जिला पंचायत के सदस्य थे और उनकी माँ ग्राम प्रधान भी रह चुकी हैं. वे समाजवादी पार्टी से भी जुड़े थे. इलाके के बीजेपी के नेता सत्य प्रकाश दूबे के परिवार के साथ है.

दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के लोग प्रेम चंद्र यादव का समर्थन कर रहे हैं. पार्टी के कई लोग अखिलेश यादव पर देवरिया जाने का जवाब बनी रहे थे. शुरुआत में अखिलेश ने वहां न जाने का मन बनाया था. लेकिन अब वे देवरिया जाने का फ़ैसला कर चुके हैं. राजनीतिक रूप से वे किसी विवाद में न फंसे इसीलिए उन्होंने दोनों ही परिवारों से मिलने का मन बनाया है.

ब्राह्मण बनाम यादव बन गया है पूरा मामला

देवरिया के बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी सत्य परेशान दुबे के परिवार के समर्थन में हैं. उन्होंने बीजेपी के पाती नेताओं की मदद से इस परिवार की आर्थिक मदद की. उन्होंने प्रेम यादव को भू माफिया बताते हुए उनके परिवार और उनके साथियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

यूपी की राजनीति में यादवों को समाजवादी पार्टी का माना जाता है, जबकि ब्राह्मणों को बीजेपी का बेस वोटर माना जाता रहा है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी दूबे के परिवार से मिल चुके हैं. समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल यादव के परिवार से 10 अक्टूबर को मिल चुका है.

प्रेम चंद्र यादव पर आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था. तहसीलदार ने जमीन की पैमाईश करने के बाद जमीन खाली करने का नोटिस दे दिया है.

कहा गया है कि ऐसा न करने पर बुलडोजर चलेगा. जमीनी विवाद में 2 अक्टूबर को प्रेम चंद्र यादव और सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के पांच लोगों की हत्या हो गई थी. घटना के बाद से ही इलाके की राजनीति जाति के चक्र में फँस गई है.

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