उत्तर प्रदेशभारत

मायावती ने हरियाणा में हार के लिए जाट समाज पर साधा निशाना, बोलीं- BSP को वोट नहीं दिया

मायावती ने हरियाणा में हार के लिए जाट समाज पर साधा निशाना, बोलीं- BSP को वोट नहीं दिया

बसपा चीफ मायावती

हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल कर हरियाणा में इतिहास रच दिया है. इस चुनाव में मायावती की बहुजन ससमाज पार्टी ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. हालांकि, बसपा एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई. वहीं अब बसपा प्रमुख मायावती ने जाट समाज पर जमकर निशाना साधा है.

बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव बीएसपी और इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा लेकिन आज आए परिणाम से साफ है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया. इससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अंतर से हार गए. हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांसफर हुआ.

Mayawati

जातिवादी मानसिकता पर सवाल

उन्होंने आगे लिखा कि उत्तर प्रदेश के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वो बीएसपी से एमएलए और सरकार में मंत्री भी बने हैं. हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए.

लोगों को निराश नहीं होना चाहिए: मायावती

मायावती ने कहा कि बीएसपी के लोगों को पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूं और आश्वस्त करती हूं कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी. लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है. बसपा प्रमुख ने कहा कि नया रास्ता निकलेगा.

इन दलों को भी लगा झटका

बसपा के अलावा पिछले हरियाणा विधानसभा चुनावों में किंगमेकर के रूप में उभरी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) इस बार एक भी सीट नहीं जीत सकी और इसके नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला खुद चुनाव हार गए.इसी तरह, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) भी अपनी स्थिति सुधारने में विफल रही और इसके नेता अभय सिंह चौटाला अपनी सीट हार गए. जेजेपी कोई भी सीट जीतने में विफल रही जबकि 90 सीटों वाली विधानसभा में 2019 में उसने 10 सीटें जीती थीं. इनेलो ने इस विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीतीं, जो पिछले चुनाव में हासिल की गई सीट से एक अधिक है.

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button