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लखनऊ में घुस आया बाघ, 6 गांवों में दहशत; महिलाएं-बच्चे घरों में कैद… ड्रोन से की जा रही निगरानी

लखनऊ में घुस आया बाघ, 6 गांवों में दहशत; महिलाएं-बच्चे घरों में कैद... ड्रोन से की जा रही निगरानी

लखनऊ के 6 गांवों में बाघ की दहशत.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कई गांवों में इन दिनों बाघ की दहशत फैली हुई है. यह घटना तब सामने आई, जब बुधई नामक एक ग्रामीण अपने कुछ साथियों के साथ खेतों में काम कर रहा था और अचानक एक वयस्क बाघ को सामने आते देख वह डर से वहीं बैठ गया. यह बाघ जंगल से कटौली गांव की तरफ आ रहा था. इस घटना के बाद से लखनऊ के कई गांवों में लोग डर के माहौल में जी रहे हैं. कटौली, हलुवा पुर, जमाल नगर और रहमान खेड़ा जैसे गांवों के लोग अब घरों में महिलाओं और बच्चों को कैद कर रखने लगे हैं.

इन गांवों के लोग अब समूह में खेतों में काम कर रहे हैं और रात के समय बाहर निकलने से बच रहे हैं. पिछले तीन दिनों से विद्यालयों में छुट्टियां कर दी गई हैं, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. बाघ ने अब तक दो नीलगायों को शिकार बना लिया है, जिससे लोग और भी डरे हुए हैं. वन विभाग की टीमें बाघ की तलाश में जुटी हैं.

ड्रोन से रखी जा रही बाघ पर नजर

प्रशासन ने बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन, ट्रैप कैमरे और पिंजरे लगाए हैं. 12 ट्रैप कैमरे और चार टीमें बाघ की तलाश में लगी हैं. इसके बावजूद, पिछले दो दिनों से बाघ के कोई नए निशान नहीं मिले हैं. दुबग्गा रेंजर और एसडीओ मोहनलालगंज ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे और अधिक सावधानी बरतें.

कहां-कहां मिले बाघ के पंजों के निशान?

बाघ के पंजों के निशान कटौली, जमाल नगर, बनिया खेड़ा और लक्ष्मण खेड़ा गांवों में देखे गए थे. हालांकि, अब तक बाघ के किसी नए निशान की पुष्टि नहीं हुई है. विशेषज्ञ मानते हैं कि जंगलों के घटते दायरे और बढ़ते शहरीकरण के कारण बाघ ग्रामीण इलाकों में आ रहे हैं.

बाघ को पकड़ने में जुटा वन विभाग

इन घटनाओं से यह साफ हो जाता है कि शहरीकरण के कारण जंगली जानवरों के लिए अपने आवासीय क्षेत्र में कमी हो रही है और वे आबादी वाले क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं. फिलहाल, वन विभाग और प्रशासन बाघ को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं.



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