वाराणसी गैंगरेप: FIR में 23 दरिंदों के नाम, पीड़िता ने कोर्ट में बताए सिर्फ 9… 14 कहा गए?


पुलिस अधिकारी के पास आरोपियों के परिजन.
वाराणसी में हुए कथित गैंगरेप मामले में एक बड़ा यू-टर्न आया है. पुलिस कमिश्नर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं. आरोपियों के परिजनों द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो और इंस्टाग्राम चैट के आधार पर यह फैसला लिया गया है. जांच के दायरे में पीड़िता के इंस्टाग्राम पोस्ट, घटना के समय उसकी गतिविधियां और एफआईआर में नामजद आरोपियों की संख्या में अंतर जैसे कई संदिग्ध पहलू शामिल हैं. एसआईटी एक महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में कुछ ऐसे बिंदु हैं जिनकी जांच जरूरी है. गैंगरेप मामले में एसआईटी जांच के आदेश दिए गए हैं. डीसीपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी टीम एक महीने के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी. इस मामले का पीएम मोदी के संज्ञान लेने के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट सक्रिय हो गया है. वाराणसी के कई इलाकों में अवैध बार, कैफे और रेस्टोरेंट पर लगातार छापेमारी की जा रही है.
इंस्टाग्राम अकाउंट से किए कई फोटो पोस्ट
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल का कहना है कि 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच युवती ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से कई फोटोग्राफ पोस्ट किए हैं. सीसीटीवी फुटेज से भी ये बात बिल्कुल साफ है कि इस अवधि में युवती कई ऐसी जगहों पर अकेले थी, जहां वो चाहती तो पुलिस से मदद ले सकती थी. उनका कहना है कि इस मामले में कई बातें संदिग्ध हैं, लिहाजा इस मामले में एसआईटी जांच के आदेश दिए गए हैं.
कई सवाल, जो बने जांच का कारण
पुलिस कमिश्नर का कहना है कि 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच युवती कई ऐसी जगहों पर अकेले थी, जहां वो चाहती तो पुलिस की मदद ले सकती थी. लेकिन, उसने ऐसा नही किया क्यूं? इसी अवधि में युवती ने इंस्टाग्राम पर अपने फोटो पोस्ट किए, कैसे? एफआईआर में 12 नामजद और 11 अज्ञात कुल 23 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज था, लेकिन युवती ने कोर्ट में सिर्फ 9 लोगों के ही नाम क्यूं लिए? ये जांच का विषय है.
ईद के दिन गई थी सेवई खाने
पुलिस कमिश्नर ने आगे कहा कि जानकारी मिली है कि ईद के दिन युवती स्वेच्छा से सेवई खाने एक आरोपी के बगल में गई थी उसकी जांच भी कराई जा रही है. उनका कहना है कि आरोपियों के परिजन इस मामले में धन उगाही का आरोप भी लगा रहे हैं, हम इसकी जांच भी कर रहे हैं. साथ ही कुछ ऐसी विषय भी हैं, जो इस मामले को संदिग्ध बना रहे हैं. ऐसे में इस मामले का एसआईटी जांच आवश्यक हो जाता है.