हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकाश को UP पुलिस ने दिल्ली से किया गिरफ्तार, वकील AP सिंह का दावा हमने कराया सरेंडर | Hathras Stampede main accused dev prakash madhukar surrender in front police Bhole baba AP singh stwn


सेवादार देव प्रकाश मधुकर और भोले बाबा.
उत्तर प्रदेश के हाथरस के सिंकदरा राऊ में मची भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. भगदड़ के बाद जांच कमेटी ने भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के खास सेवादार देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया गया था. पुलिस ने मधुकर के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था. हादसे के दिन से ही भोले बाबा और उनका साथी मधुकर दोनों गायब चल रहे थे. वहीं भोले बाबा पक्ष के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि मधुरकर ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है.
हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकास मधुकर को दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली के नजफगढ़ और उत्तर नगर के बीच एक हॉस्पिटल से मधुकर की गिरफ्तारी हुई है. हाथरस पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. हॉस्पिटल से ही एसटीएफ और एसआईटी को आरोपी को सौंपा गया है.
क्या बोले वकील एपी सिंह
भोले बाबा पक्ष के वकील एपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने एफआईआर में हाधरस हादसे के मामले में मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को बनाया था. वह पिछले दो दिनों से अपना इलाज करवा रहे थे. शुक्रवार को डॉक्टर्स ने उन्हें हॉस्पिटल से जाने की अनुमति दी है जिसके बाद उन्होंने पुलिस के सामने सरेंडर किया है.
एपी सिंह ने कहा कि देव प्रकाश मधुकर की तबीयत ठीक नहीं थी और वह हार्ट पेशेंट हैं. इसके बावजूद उन्होंने सरेंडर किया है और वह पुलिस की जांच और पूछताछ में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह कहीं भागे नहीं थे बल्कि अपना इलाज करवा रहे थे. उन्होंने किसी तरह की अग्रिम जमानत के लिए याचिका नहीं दायर की है.
क्या है मामला
2 जुलाई को सिंकदरा राऊ के फुलरई गांव में भोले बाबा का सत्संग आयोजित किया गया था. इस दौरान जब भोले बाबा का काफिला सत्संग के बाद पांडाल से निकला तो वहां पर भोले बाबा के पैरों की धूल सिर से लगाने वालों के बीच भगदड़ मच गई थी. इस भगदड़ में अब तक 123 लोग मारे जा चुके हैं. भगदड़ के बाद सीएम योगी के आदेश पर जांच कमेटी बनाई गई थी. पुलिस ने जांच में देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया था.