42 फीट ऊंचाई, 6 फीट का मुकुट और 3 लाख का श्रृंगार… काशी में बन रही मां सरस्वती की सबसे बड़ी मूर्ति


वाराणसी में बनाई जा रही यूपी की सबसे बड़ी मां सरस्वती की प्रतिमा.
पद्मासन मुद्रा और मराठी लुक में यूपी में सबसे बड़ी मां सरस्वती की प्रतिमा वाराणसी के कश्मीरी गंज खोजवां में तैयार हो रही है. मुख्य कारीगर अभिजीत विश्वास और मूर्ति बनाने के स्पेशलिस्ट राजेंद्र पाल सहित 14 कारीगर 45 दिन में इस मूर्ति को पूरा करेंगे. बसंत पंचमी पर पूरे देश में मां सरस्वती की आराधना की जाती है और बड़ी संख्या में मां सरस्वती की प्रतिमाएं भी स्थापित होती हैं.
अभिजीत विश्वास बताते हैं कि इस बार देश में मां सरस्वती की सबसे बड़ी प्रतिमा 51 फीट की जलपाईगुड़ी में तैयार हो रही है, जबकि वाराणसी में दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा 42 फीट की है और ये यूपी की सबसे बड़ी प्रतिमा है. प्रतिमा को तैयार करने वाले कारीगरों को मूर्ति बनाने में महारत हासिल है. ये मूर्ति वाराणसी के चेतगंज के आर्यावर्त स्पोर्टिंग क्लब के लिए बन रही है.
छह फीट का बनाया जा मुकुट
मां के श्रृंगार के लिए विशेष सामग्री नवदीप कृष्णा नगर में तैयार हो रही है. मां का मुकुट छह फीट का है. मां जब पूरे श्रृंगार के साथ अपने भव्यतम रूप में होंगी, तब मुकुट सहित मां की प्रतिमा करीब 45 फीट की होगी. श्रृंगार के लिए मनका, मोती और स्टोन का प्रयोग किया गया है. मां सरस्वती की प्रतिमा में मां दुर्गा के स्वरुप का लुक दिया गया है. श्रृंगार पर करीब तीन लाख की लागत आई है. मूर्ति बनाने में कुल लागत कितनी आएगी, इस पर मुख्य कारीगर अभिजीत विश्वास चुप्पी साध लेते हैं.
कब तक तैयार हो जाएगी मूर्ति?
मूर्ति के रंग-रोगन का कार्य बाकी है. मूर्ति इतनी बड़ी है कि पंडाल में स्थापित कर ही इसको अंतिम स्वरूप दिया जा सकता है. एक फरवरी तक मूर्ति को पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा, लेकिन फाइनल टच दो फरवरी तक पंडाल में ही दिया जाएगा. मूर्ति का मुकुट तो छह फीट का है. साथ ही मां सरस्वती की प्रतिमा के साथ पांच-पांच फीट के दो राजहंस हैं और मां की वीणा नौ फीट का है.
देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा
अभिजीत विश्वास बताते हैं कि वाराणसी में दुर्गा पूजा के साथ ही अब सरस्वती पूजा में भी नए ट्रेंड में बड़ी प्रतिमाएं बनवाने का प्रचलन बढ़ा है. पिछले साल कुछ पूजा क्लबों ने बड़ी प्रतिमाएं बनवाई थीं. इस बार चेतगंज दलहट्टा के आर्यावर्त स्पोर्टिंग क्लब सरस्वती पूजा के लिए देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा बनवा रहा है.
पूरे वाराणसी में 35 बड़ी प्रतिमाएं, जबकि 100 से ज्यादा मां सरस्वती की छोटी प्रतिमाएं स्थापित होती हैं. बीएचयू और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में मां सरस्वती की पूजा विशेष रूप से होती है, लेकिन इस बार बसंत पंचमी पर सेंटर ऑफ अट्रैक्शन होगा चेतगंज स्थित आर्यावर्त स्पोर्टिंग क्लब की 42 फीट ऊंची मां सरस्वती की प्रतिमा.