Delhi Liquor Scam Case Arvind Kejriwal Denied All Charges By Saying PM Modi Creating Pressure Ann | ‘दिल्ली में नहीं हुआ शराब घोटाला’, अरविंद केजरीवाल ने कहा

Arvind Kejriwal On ED: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की करोड़ों की संपत्ति ईडी के जब्त करने की खबरों पर AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया. केजरीवाल ने कहा, पीएम मोदी ईडी-सीबीआई के सहारे आम आदमी पार्टी की सरकार के काम में अडंगा लगा रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, पीएम मोदी से देश नहीं संभल पा रहा है इसलिए वह ईडी-सीबीआई और पुलिस की मदद से आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को बदनाम कर रहे हैं. केजरीवाल ने दावा किया कि आबकारी नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ है.मनीष सिसोदिया के पास 5 लाख और 65 लाख कीमत के दो फ्लैट और बैंक खाते में महज 11 लाख रुपए है. दोनों फ्लैट आबकारी नीति आने से पहले खरीदे गए हैं और एक नंबर के हैं. इनका तथाकथित शराब मामले से कोई लेना-देना नहीं है.
मीडिया से क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी. वह दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में जेईई-नीट की परीक्षा पास करने वाले दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के साथ बात कर रहे थे.
केजरीवाल ने कहा कि शुक्रवार (7 जुलाई) को ईडी ने सभी मीडिया में चलवाया कि मनीष सिसोदिया की 52 करोड रुपए की संपत्ति जब्त की गई है, जबकि मनीष सिसोदिया की जब्त की गई संपत्ति में उनके दो फ्लैट हैं. यह फ्लैट 2018 के पहले खरीदे गए हैं, तब तक आबकारी नीति नहीं आई थी. उस प्रॉपर्टी का आबकारी मामले से कोई लेना-देना नहीं है. उनकी दोनों ही प्रॉपर्टी नंबर एक की है. दोनों ही प्रॉपर्टी का जिक्र इनकम टैक्स और उनके चुनावी घोषणा पत्र में है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने एक फ्लैट 2004-05 में खरीदा था, जिसकी कीमत 5 लाख रुपए है, जबकि दूसरा फ्लैट 2018 में खरीदा था, जिसकी कीमत 65 लाख रुपए है. वहीं, उनके बैंक खाते में 11 लाख रुपए है. मनीष सिसोदिया के पास मौजूद इन प्रॉपर्टी का तथाकथित शराब मामले से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है.
‘पीएम मोदी से नहीं संभल पा रहा है देश’
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज भी ये साफ किया कि आबकारी नीति में कोई भी घोटाला नहीं हुआ है. हम पिछले एक साल से यही कह रहे हैं कि कोई घोटाला नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश संभल नहीं रहा है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बहुत शानदार काम कर रही है. प्रधानमंत्री का एक ही मकसद है कि ईडी-सीबीआई और पुलिस की मदद से किसी भी तरह आम आदमी पार्टी की सरकार के कामों को रोकना और कामों में अड़चन पैदा करना है और आम आदमी पार्टी को बदनाम करना है. यह तथाकथित शराब मामले के पीछे का मकसद आम आदमी पार्टी के नेताओं को बदनाम करना है.
क्या विपक्षी एकता में शामिल होंगे केजरीवाल?
वहीं, विपक्षी एकता को लेकर AAP के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आगामी बैठक में शामिल होने के लिए हमारे पास निमंत्रण आया हैं. पिछली बार जब पटना में बैठक हुई थी, तब कांग्रेस ने कहा था कि संसद का सत्र शुरू होने से 15 दिन पहले सार्वजनिक तौर पर घोषणा कर देगी कि वो इस अध्यादेश के खिलाफ है और संसद में अध्यादेश के खिलाफ वोट डालेंगे. हम कांग्रेस की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं.