UP के कौशांबी में स्वामी प्रसाद मौर्य को दिखाए गए काले झंडे, मुर्दाबाद के नारे भी लगे | Kaushambi Some People show black flags Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya convoy police


स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले पर दिखाए गए काले झंडे (VideoGarb)
अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले को काले झंडे दिखाए गए हैं. उत्तर प्रदेश के कौशांबी शहर पहुंचे समाजवादी नेता स्वामी प्रसाद के काफिले के आगे हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने प्रदर्शन करते हुए उनका विरोध किया और मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.
बताया जा रहा है कि कौशांबी के करनपुर चौराहे पर जब स्वामी प्रसाद मौर्य का काफिला पहुंचा तो कुछ युवक उनकी गाड़ी के आगे आ गए. इस दौरान स्वामी प्रसाद बौद्ध महोत्सव में शामिल होने कौशांबी पहुंचे थे. पुलिस ने आरोपियों को घटनास्थल पर ही पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि प्रदर्शन करने वाले लोग हिंदू जागरण मंच से जुड़े हुए थे. इन लोगों ने स्वामी प्रसाद के काफिले पर जूता और स्याही फेंके. समाजवादी पार्टी ने वीडियो पोस्ट कर हमले की निंदा की.
कौशांबी में सपा के वरिष्ठ नेता एवं एमएलसी श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी की गाड़ी पर सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा हमला, अत्यंत निंदनीय।
पिछड़ा विरोधी इस भाजपा सरकार में निरंतर पिछड़ों पर हो रहा आघात, शर्मनाक।
मामले की जांच कराए सरकार, आरोपियों के विरुद्ध हो सख्त से सख्त कार्रवाई। pic.twitter.com/EHL3hfrwPs
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 4, 2024
हमला करने वालों को माफ कर दियाः मौर्य
कुछ लोगों की ओर से काले झंडे दिखाए जाने की घटना पर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “दलितों, गरीबों और पिछड़े वर्ग के लोगों पर सदियों से हमले किए जाते रहे हैं, हमला करना उनकी आदत में है. लेकिन हम मानवतावादी विचार के हैं. हम हमला करने वालों को माफ कर देते हैं. माफ करना हमारी संस्कृति रही है. हमारी संस्कृति है कि आगे बढ़ो, जो सामने आए उसे गले लगाओ.”
उन्होंने आगे कहा, “जो लोग ईंटा-पत्थर फेंके उनका भी स्वागत करो. हमारा इतिहास रहा है कि जिसने भी आगे निकलने की कोशिश की है, ऐसी अराजकत तत्व हमेशा उन पर रोड़ेबाजी करते रहे, विरोध करते रहे. समय-समय पर कीचड़ उछालते रहे. कभी-कभी काला झंडा भी फेंकते रहे. मैं इन लोगों को महत्व नहीं देता. साथ ही मुझे उम्मीद है कि काले झंडे दिखाने वाले लोग अराजकता का यह रास्ता छोड़ देंगे.”
जगद्गुरु संत रामभद्राचार्य के बारे में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “रामभद्राचार्य जी को राम जी के पास जाना चाहिए था, वहां जाते तो क्या मालूम उनकी कृपा से वो ठीक हो जाते, पर नहीं. लेकिन वो वहां न जाकर हॉस्पिटल चले गए. इसका मतलब विज्ञान सच है और वैज्ञानिक ताकत में उनको भी जाना पड़ा. राम में अगर वो ताकत होती जो विज्ञान में है, ऐसे में अगर वो विज्ञान के पास न जाकर राम के पास चले गए होते.