ब्याज के पैसे और होटल पर नजर… पुलिस ने बताया कुणाल हत्याकांड का सच | noida Kunal murder accused arrested in police encounter Murder over interest money hotel stwma


पुलिस मुठभेड़ में हत्या में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नोएडा पुलिस ने बहुचर्चित कुणाल हत्याकांड के तीन आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया. बुधवार की रात बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र में स्वाट टीम और नोएडा पुलिस के साथ आरोपियों की मुठभेड़ हो गई, जिसमें एक आरोपी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया. बता दें कि कुणाल होटल संचालक का बेटा था. बीते एक मई को आरोपियों ने कुणाल का अपहरण किया था. पांच मई को उसका शव बुलंदशहर की गंगनहर से बरामद हुआ था.
पुलिस के मुताबिक, घटना के खुलासे के लिए स्वाट टीम लगातार काम कर रही थी. बुधवार को उन्हें सूचना मिली कि कुणाल की हत्या में शामिल बदमाश स्कोडा कार से साक्ष्य को डिस्पोज करने जा रहे हैं. पुलिस की टीम ने उन्हें कोतवाली बीटा-2 इलाके में घेर लिया. इसी दौरान उनकी बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. इस दौरान पुलिस ने तीन बदमाशों को पकड़ लिया.
होटल और ब्याज का पैसा बना हत्या का कारण
पुलिस ने बताया कि आरोपी मनोज मृतक कुणाल का परिचित और रिश्तेदार भी है. मनोज को लगता था कि कुणाल रास्ते से हट जाता है तो होटल का जो संचालन उसे मिल जायेगा. वहीं, सभी आरोपी कुणाल को जानते थे. इसमें कुनाल और हिमांशु से पहले से कुणाल का पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था. उसे ब्याज पर दिया हुआ था. पुलिस का कहना है कि ब्याज के पैसे का लेनदेन और होटल के संचालक को लेकर यह विवाद हुआ है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
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1 मई को अपहरण, 5 को मिली लाश
ग्रेटर नोएडा बीटा 2 क्षेत्र के ऐचछर इलाके में कृष्ण कुमार शर्मा ‘शिव दा ढाबा’ नाम से होटल चलाते हैं. 1 मई को वह होटल पर अपने बेटे कुणाल शर्मा को बैठाकर मार्केट गए थे. इसी बीच एक कार में आए आरोपी उनके बेटे को जबरन बैठाकर ले गए. कृष्ण कुमार को जब इसकी जानकारी हुई तो मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने रात में रिपोर्ट दर्ज कर ली. 5 मई को कुणाल का शव बुलंदशहर इलाके में गंगनहर में बरामद हुआ था.
विधायक ने प्रमुख सचिव (गृह) से की थी शिकायत
बेटे की मौत से परिजन टूट गए. वह बेटे की मौत से गम और पुलिस की लचर कार्रवाई पर गुस्से में थे. परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस से मांग कर रहे थे. इंसाफ पाने के लिए वह जेवर विधायक से मिले थे. बीजेपी विधायक धीरेन्द्र सिंह ने पुलिस के ढीले रवैये पर नाराजगी जताई. उन्होंने घटना की शिकायत पत्र लिखकर प्रमुख सचिव (गृह) से की. उन्होंने शिकायत में कहा था कि पुलिस अगर सही वक्त पर एक्शन लेती तो कुणाल की जान बच सकती थी. उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.