बीवी फरार बेटा जेल में फिर कौन संभाल रहा अतीक और अशरफ का साम्राज्य? | Prayagraj Mafia Atiq Ahmed gang IS 227 operating Shaista Parwin absconding STF


अतीक अहमद और उसकी संपत्ति
प्रयागराज में कुख्यात माफिया डॉन रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद भी उनका टेरर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. प्रयागराज पुलिस का दावा है कि इनका गैंग अभी भी ऑपरेट हो रहा है. चूंकि अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन और अशरफ की बीवी आयशा नूरी फरार हैं. वहीं अतीक के दोनों बड़े बेटे जेल में हैं तो दो छोटे बेटे नाबालिग होने की वजह से बाल शेल्टर में रह रहे हैं. ऐसे में गैंग को ऑपरेट कौन कर रहा है और किसके इशारे पर शहर में उगाही हो रही है? अभी तक इस सवाल का जवाब पुलिस को भी नहीं मिला है.
यही नहीं, इनके खिलाफ दर्ज मुकदमों की पैरवी कौन कर रहा है, पुलिस इस सवाल पर भी उलझ कर रह गई है. पुलिस को मिले इनपुट के मुताबिक फरार चल रही शाइस्ता और आयशा को नियमित पैसा भेजा जा रहा है. इसी प्रकार कोर्ट में इनके मुकदमों की पैरवी कर रहे करीब आधा दर्जन वकीलों को भी फीस की रकम मिलने में देरी नहीं हो रही है. यह इनपुट कुछ दिन पहले ही पुलिस को मिल गए थे, लेकिन पुलिस अब तक यह पता नहीं कर सकी है कि यह रकम कौन दे रहा है? इसका जवाब तलाशने के लिए पुलिस अतीक अशरफ के वकीलों से भी पूछताछ कर चुकी है. दरअसल,अतीक और अशरफ की हत्या के बाद से ही पुलिस यह मान कर चल रही थी कि गैंग बिखर चुका है. पुलिस अब तक अतीक से जुड़े 100 से अधिक बदमाशों, सहयोगियों और फाइनेंसरों को जेल भेज चुकी है.
रिकार्ड में नेस्तनाबूद हो चुका है गैंग आईएस-227
पुलिस के रिकार्ड में अतीक अहमद की गैंग आईएस-227 नेस्तनाबूद हो चुकी है. ऐसे में यह सवाल और भी गंभीर हो गया है कि इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई के बाद भी अतीक-अशरफ का ऐसा कौन सा खैरख्वाह खुले में घूम रहा है और पर्दे के पीछे गैंग को ऑपरेट कर रहा है. प्रयागराज पुलिस के साथ ही एसटीएफ के तमाम अधिकारी भी हैरान हैं और गोपनीय तरीके से इस इस खैरख्वाह का विवरण जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले दिनों एसटीएफ ने शक जाहिर किया था कि अतीक का बड़ा बेटा अली नैनी जेल में बैठकर गैंग के पुर्नगठन की कोशिश कर रहा है. इसलिए उसकी निगरानी बढ़ा दी गई थी. हालांकि अब तक एस्टीएफ को कोई ठोस सुराग नहीं मिले हैं.
ये भी पढ़ें
हवाला के जरिए भेजा जा रहा पैसा
एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस को कुछ ऐसे भी इनपुट मिले हैं कि शाइस्ता, आयशा और अतीक गैंग के कुछ बदमाशों को हवाला के जरिए पैसा भेजा जा रहा है. यह पैसा केवल प्रयागराज से ही नहीं, बल्कि कई अन्य शहरों से भी जा रहा है. इसी प्रकार प्रयागराज में मुकदमे की पैरवी कर रहे वकीलों को भी पैसा कहीं बाहर से भेजा जा रहा है. इस इनपुट के बाद पुलिस उस हवाला नेटवर्क की भी जड़ें खंगालने की कोशिश कर रही है. बता दें कि प्रयागराज बेस्ड अतीक अहमद की गैंग करीब 20 साल तक धड़ल्ले से ऑपरेट होती रही है. इस गैंग की दहशत केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत चार से अधिक राज्यों में थी.
‘गद्दी’ पर लॉ यूनिवर्सिटी बनाने की योजना
इस गैंग का मुख्य धंधा प्रापर्टी कब्जाने का था. हालांकि गैंग के सदस्यों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, फिरौती, और रंगदारी जैसे दर्जनों मामले दर्ज हैं. प्रयागराज पुलिस और प्रयागराज प्रशासन ने अतीक अहमद की ज्यादातर संपत्तियों को चिन्हित कर लिया है. इनमें से कुछ संपत्तियां पहले ही प्रशासन ने मुक्त करा लिया था और इनपर गरीबों के आवास बना दिए. वहीं अब उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारी अतीक की गद्दी वाली हवेली पर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय बनाने की है. इसके लिए जिला प्रशासन ने सरकार को प्रपोजल बनाकर भेज भी दिया है. दावा किया गया है कि यह हवेली वक्फ की संपत्ति पर बनाई गई थी.