‘सर… आवास के नाम पर लाखों की वसूली’, कानपुर DM ने निकाल दी हेकड़ी; पकड़ा गया दलाल

उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक दलाल ने महिलाओं को आवास दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए. आरोपी शख्स खुद को डीएम ऑफिस का कर्मचारी बता रहा था. वहीं महिलाओं ने इस मामले की शिकायत डीएम से की है. मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. वहीं उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
पीड़ित महिलाओं ने बताय कि आरोपी ने कहा था कि तुम लोग बिल्कुल चिंता मत करो, मैं तुम सबको आसरा आवास दिलवा दूंगा. मैं डीएम ऑफिस में ही कर्मचारी हूं. बस जितने पैसे बोलूं उतने दे देना. यह बातें डीएम ऑफिस के किसी कर्मचारी की नहीं बल्कि अपने आप को डीएम ऑफिस का कर्मचारी बताने वाले दलाल शाहिद ने महिलाओं से करके लाखों रुपए हड़प लिए. जब महिलाओं ने पैसे वापस मांगे तो उनको जेल जाने की धमकी देने लगा. मामला सामने आने पर डीएम ने मुकदमा लिखने का आदेश दे दिया.
आवास दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी
कानपुर के नौबस्ता क्षेत्र अंतर्गत आवास विकास में रहने वाली पूनम, सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना को लोगों तक पहुंचाने का काम करती है. पूनम का काम के सिलसिले में डीएम ऑफिस आना जाना लगा रहता था. यहां पर उसकी मुलाकात शहीद नाम के व्यक्ति से हुई जिसने पूनम को बताया कि वह यही पर काम करता है और डीएम ऑफिस का कर्मचारी है. पूनम ने उसके ऊपर विश्वास करके अपने साथ और अन्य महिलाओं के तकरीबन साढ़े तीन लाख रुपए आसरा आवास दिलवाने के नाम पर दे दिए. जब काफी समय बीत जाने पर भी आवास नहीं मिला तो महिलाओं ने पैसे मांगे. इसके बाद शाहिद सभी को जेल भेजने की धमकी देने लगा.
डीएम ने दिए केस दर्ज करने के आदेश
वहीं पूनम ने डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को प्रार्थनापत्र देकर अपने पैसे वापस दिलाने की मांग की. डीएम ने जब जांच कराई तो पता चला कि शाहिद कोई कर्मचारी नहीं है, बल्कि वो एक दलाल है जो इसी तरह से ठगी का काम करता है. डीएम के आदेश पर शाहिद को हिरासत में लेकर कोतवाली भेज दिया गया. पूनम के प्रार्थनापत्र पर डीएम ने कोतवाली पुलिस को आदेश दिया है कि अगर तहरीर मिलती है तो शाहिद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया जाए.
फिलहाल, इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के और दलाल तो नहीं हैं जो डीएम ऑफिस के कर्मचारी बनकर लोगों से ठगी कर रहे है.