Pahalgam Terror Attack Pakistan reaction on Indus Water Treaty suspension Ishaq Dar Awais Leghari call India Action Cowardly immature inappropriate action

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुली चेतावनी दी है कि निहत्थे पर्यटकों पर हमला करने वाले एक-एक आतंकी को धरती के छोर से भी उखाड़ फेंकेंगे. बिहार के मधुबनी में उन्होंने अंग्रेजी में पूरी दुनिया को ये पैगाम दिया है कि हमले के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. इससे पहले बुधवार (23 अप्रैल, 2025) को भारत ने पांच बड़े ऐलान किए. इनमें सबसे बड़ा एक्शन था, सिंधु जल संधि को खत्म करना, जिसके बाद पूरा पाकिस्तान घबराया हुआ है और अब उसकी चिढ़ सामने आ रही है. पाकिस्तानी मंत्रियों ने इसे कायरतापूर्ण, अनुचित और अपरिपक्व करार दिया है.
पाकिस्तानी मंत्रियों ने भड़ास निकाली और भारत के इंडस वॉटर ट्रीटी खत्म करने के फैसले को कायरता बताया है. द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री अवैस लेघारी ने कहा कि ट्रीटी खत्म करना वॉटर वॉरफेयर है और ये कायरतापूर्ण और गैरकानूनी कदम है.
सिंधु नदी की एक-एक बूंद हमारी, बोले पाकिस्तानी मंत्री
लेघारी ने कहा, ‘सिंधु नदी की हर बूंद पर हमारा हक है और हम इसे बचाने के लिए पूरी जान लगा देंगे, उसके लिए चाहे कानूनी, राजनीतिक या वैश्विक कदम उठाना पड़े.’ पाक विदेश मंत्री और डिप्टी पीएम इशाक डार ने भी प्रतिक्रिया दी है और भारत के एक्शन को अनुचित बताया है.
‘गुस्सा जाहिर करने का भारत का तरीका अनुचित’, बोले इशाक डार
इशाक डार ने कहा कि पहलगाम हमले में पाकिस्तान के शामिल होने का कोई सबूत नहीं है और इस तरह भारत का अपना गुस्सा जाहिर करना, अनुचित है. इशाक डार ने कहा कि भारत सरकार के फैसले बगैर सोचे-समझे लिए गए प्रतीत होते हैं, जो अपरिपक्व और अभिमान से भरे हुए हैं.
26 बेगुनाहों की आतंकियों ने ली जान
22 अप्रैल की दोपहर को पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की थी. ये पर्यटक बाइसारन घाटी में घूमने गए थे, जहां अचानक से आतंकी आए और मजहब और नाम पूछकर लोगों को गोली मार दी. उनके निशाने पर ज्यादातर पुरुष थे. चश्मदीदों ने बताया कि जिन्होंने कलमा नहीं पढ़ा या हिचकिचाया आतंकियों ने उसको वहीं गोली मार दी. इस हमले से पूरे भारत की जनता में गुस्सा है, आक्रोश का माहौल है. हमले के वक्त पीएम मोदी सऊदी अरब दौरे पर थे, लेकिन हमले की खबर मिलते ही दौरा बीच में छोड़कर वह तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हुए. यहां पहुंचते ही उन्होंने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) के साथ बैठक की.
पाकिस्तान पर भारत के पांच बड़े फैसले
बैठक में सरकार ने 5 बड़े फैसले लिए हैं, जिसमें साल 1960 में हुई सिंधु जल संधि खत्म करना, अटारी बॉर्डर बंद करना, SAARC वीजा एग्जम्पशन स्कीम के तहत पाकिस्तानियों को वीजा नहीं देना, पाकिस्तान से भारतीय रक्षा, नौसेना, एयर एडवाइजर को वापस बुलाना और भारत में पाकिस्तानी रक्षा सलाहकारों को उनके मुल्क वापस भेजना और पाक उच्चायोग के 55 लोगों के स्टाफ को कम करके 30 करना शामिल है. पाकिस्तानी रक्षा सलाहकारों को एक हफ्ते के अंदर भारत छोड़ना होगा और जो लोग वीजा लेकर भारत घूमने आए थे, उन्हें 48 घंटे के अंदर-अंदर यहां से जाना होगा.
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