भारत

ABP C Voter Survey On Manipur Public Reaction On Violence Reason In State

C-Voter Survey on Manipur: मणिपुर में करीब तीन महीनों से जारी हिंसा की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. कूकी और मैतई समुदायों के बीच तनाव खत्म करने की तमाम कोशिशें भी नाकाम होती नजर आ रही हैं. केंद्रीय मंत्री अमित शाह स्थानीय संगठनों के साथ बैठकें कर भी चुके हैं, लेकिन फिलहाल इस समस्या का कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा है. 

संसद के मानसून सत्र में भी इस मुद्दे को लेकर रोज हंगामा हो रहा है. इस बीच सी वोटर की ओर से एबीपी के लिए एक सर्वे किया गया, जिसमें लोगों से मणिपुर की हिंसा पर उनकी राय पूछी गई. सर्वे में सवाल किया गया कि क्या वे जानते हैं कि मणिपुर हिंसा की असली वजह क्या है. इसके जवाब में जो आंकड़े सामने आए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं. आंकड़ों में देखा गया कि कितने लोग राज्य में हिंसा की वजह जानते हैं और कितने नहीं, इसके बीच का अंतर काफी कम है.

लोगों ने दिया ये जवाब
सर्वे में लोगों से सवाल किया गया कि क्या वह मणिपुर हिंसा की वजह जानते हैं. 44 प्रतिशत लोगों ने बताया कि हां, उन्हें ये मालूम है कि राज्य में हिंसा क्यों भड़की. वहीं 41 फीसदी लोगों ने सर्वे के जवाब में कहा कि उन्हें नहीं पता कि हिंसा क्यों हुई. इसके अलावा, 15 फीसदी लोग कंफ्यूज नजर आए, उन्होंने इस सवाल का जवाब ‘पता नहीं’ में दिया. 

क्या मणिपुर में हिंसा की वजह जानते हैं ?
स्रोत- सी वोटर
हां-44%
नहीं-41%
पता नहीं-15%

राज्य में क्यों भड़की हिंसा की आग ? 
मणिपुर में 3 मई को सुलगी हिंसा की आग में अब तक 142 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है. मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति के दायरे में लाने के हाईकोर्ट के फैसले के बाद यह हिंसा भड़की है. कूकी समुदाय इस फैसले का विरोध कर रहा है, क्योंकि उन्हें अपनी जमीनें छिनने का डर सता रहा है.

मणिपुर में बवाल और विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA रखे जाने के बाद abp न्यूज के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में 2 हजार 664 लोगों की राय ली गई है. सर्वे गुरुवार और शुक्रवार को किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.

यह भी पढ़ें:
ABP C-Voter Survey: मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वालों को मिलनी चाहिए फांसी? सर्वे में पब्लिक ने किया चौंकाने वाला खुलासा

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button