Adhik Maas 2023 End On 16 August Know When Is Start Next Malmas In 2026

Adhik Maas 2023 End: हिंदू धर्म में अधिक मास को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है, जोकि भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होता है. अधिक मास साल का अतिरिक्त मास होता है, जो हर तीन साल में लगता है. इसे अधिक मास, मलमास या पुरुषोत्तम मास भी रहते हैं.
इस साल अधिक मास सावन के महीने में लगा था. 19 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना जिसमें अधिक मास सावन के महीने में पड़ा, जिस कारण सावन की अवधि 59 दिनों के लिए मान्य है. अधिक मास की शुरुआत 18 जुलाई से हुई थी और इसकी सामप्ति आज यानी 16 अगस्त को होगी.
क्या है अधिक मास
दरअसल जिस तरह से अंग्रेजी कैलेंडर में लीप ईयर होता है. ठीक उसी तरह पंचांग में मलमास या अधिक मास लगता है, जो अतिरिक्त मास होता है और जिस साल अधिक मास लगता है उसमें विक्रम संवत के 13 महीने होते हैं. इसी अतिरिक्त मास को मलमास या अधिक मास कहा जाता है. इसकी गणना ज्योतिष में नवग्रहों और 12 राशियों के आधार पर की जाताी है. पंचांग की काल गणना सूर्य और चंद्रमा के आधार पर होती है.
आज मलमास का आखिरी दिन
आज 16 अगस्त 2023 को मलमास अमावस्या है और इसी के साथ मलमास भी आज समाप्त हो जाएगा. मलमास समाप्त होते ही ऐसे कार्यों की फिर से शुरुआत हो जाएगी जिस पर पिछले एक माह से रोक लगी थी. मलमास खत्म होते ही आप शुभ-मांगलिक कार्य फिर से कर पाएंगे. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अभी चातुर्मास चल रहा है. इसलिए अभी विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे कार्यों पर कुछ दिनों के लिए रोक बनी रहेगी.
अगला मलमास कब (Malmas 2023 Date)
16 अगस्त 2023 को मलमास के खत्म होने के बाद अब तीन साल बाद 2026 में फिर से मलमास लगेगा. 2026 में मलमास की शुरुआत 17 मई से होगी और इसका समापन 15 जून होगा. इस बार मलमास सावन माह में लगा था और इसके बाद 2026 में मलमास ज्येष्ठ माह में लगेगा. पंचाग के अनुसार, मलमास 2026 की शुरुआत ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तथि से शुरू होगी और ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर इसका समापन होगा.
ये भी पढ़ें: Adhik maas 2023: समाप्त होने वाला है अधिक मास कर लें ये काम, हर मनोकामना होगी पूरी
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.