हादसा नहीं हत्या! हाथरस के सत्संग में अनजान लोगों ने छिड़का जहरीला स्प्रे… AP सिंह का दावा | Hathras stampede Bhole baba lawyer AP singh poisonous spray on crowd conspiracy stwn


नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ और उनके पक्ष के वकील AP सिंह
2 जुलाई को हाथरस में नारायण साकार हरी उर्फ भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ और उसमें 121 लोगों की जान जाने के मामले में भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने हादसे के पीछे बड़ी साजिश होने का दावा किया है. भोले बाबा पक्ष के वकील एपी सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि 2 जुलाई को हाथरस में हृदय विदारक घटना हुई वो महज घटना नहीं है. इसमें एक सोची समझी साजिश थी.
एपी सिंह ने कहा कि यह साजिश भोले बाबा को बदनाम करने के लिए की गई थी, हालांकि यह साजिश इससे और भी ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए थी. इस सत्संग के लिए उनके पक्ष ने एप्लीकेशन दी थी, उनके पास परमिशन थी. पुलिस, साउंड, ट्रैफिक और फायर व्यवस्था की परमिशन भी ली गई. कार्यक्रम का नक्शा भी हर परमिशन में लगाया था. इन आवेदनों के बाद मानव मंगल मिलन समागम की परमिशन प्रशासन से मिली थी.
जहरीला स्प्रे छिड़का गया
वकील डॉक्टर एपी सिंह ने दावा किया कि सत्संग स्थल पर एक अज्ञात स्कॉर्पियो भी दिखाई दी थी. उस स्कॉर्पियों से 15-16 लोग उतरे और पंडाल में मौजूद लोगों पर जहरीला/नशीला स्प्रे छोड़ते हुए भाग गए. अज्ञात लोगों ने गमछे से छिपाकर स्प्रे किया और मौके से भाग गए. स्प्रे की वजह से लोग गिरते गए. घटना को अंजाम देने के बाद संदिग्ध लोग रोड पर खड़ी स्कॉर्पियो में बैठकर चले गए. एक स्प्रे की बोतल गिर गई जिसके बाद वो उसे उठाकर भागे. एपी सिंह का दावा है कि जिस स्प्रे को छिड़का गया था उससे बेहोशी आ जाती है.
आगे की तरफ भागते हुए किया स्प्रे
भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने बताया कि आज्ञात आरोपी लोगों पर स्प्रे छिड़ने के दौरान खुद एहतियात बरत रहे थे. उन्होंने दावा किया कि जो लोग स्प्रे छिड़कने का काम कर रहे थे वह आगे की ओर भाग रहे थे और पीछे की ओर स्प्रे का छिड़काव कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि पहचान छुपाकर लोग उन्हें जानकारी दे रहे हैं. बेहोश होकर जो महिलाएं बच गई वो अब बता रही हैं.
इस गलती को माना
उन्होंने कहा कि यह केवल हादसा नहीं है बल्कि सीधे रूप से हत्या का मामला है. उन्होंने कानूनी प्रक्रिया में पूरी तरह से सहयोग देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि उनके क्लाइंट की जो जांच एसआईटी चाहती है वह करें उन्होंने इसलिए ही मधुकर को सरेंडर करवाया है. भोले बाबा पर एपी सिंह ने कहा कि जब जांच एजेंसियों को जरूरत होगी उस वक्त नारायण साकार हरि भी सामने आ जाएंगे. आज हमने पहली बार ये बात मीडिया में कही है उनके बयान पुलिस के सामने भी रिकॉर्ड करवाएंगे. एपी सिंह ने इस दौरान यह भी कहा कि वह यह बात मानते हैं कि परमिशन मात्र 80 हजार लोगों की थी लेकिन सत्संग में ढाई से तील लाख लोग पहुंच गए थे.