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Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर का निर्माण शुरू, 4 महीने में बनकर होगा तैयार

Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर का निर्माण शुरू, 4 महीने में बनकर होगा तैयार

161 फुट ऊंचे राम मंदिर के शिखर का निर्माण शुरू

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में शारदीय नवरात्र के अभिजीत मुहूर्त में राम मंदिर के शिखर निर्माण का काम विधि विधान से शुरू कर दिया गया. अगले 4 महीने में इस काम को पूरा कर लिया जाएगा. मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर का 161 फीट ऊंचाई तक का शिखर आने वाले चार महीने में पूरा होगा. इसके साथ ही मंदिर के बाकी निर्माण कामों को भी पूरा करने के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने बताया कि परिसर में सप्त ऋषियों के मंदिर का निर्माण संतोषजनक है और अगले चार महीने में ये काम भी पूरा हो सकता है.

श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि शिखर में लगने वाले पहले पत्थर का पूजन किया गया है. बहुत ही बारीकी से मंदिर के पूर्णता का काम अवधि के हिसाब से हो जाएगा. मंदिर के शिखर निर्माण का काम दिसंबर तक हो सकता है लेकिन 30 से 35 दिन का रोलिंग टाइम माना जा रहा है. वहीं चंपत राय ने आगे बताया कि मंदिर निर्माण में पत्थरों पर काम करने वाले कारिगर राजस्थान या फिर गुजरात के हैं और बताया कि परकोटे के 6 मंदिर, सप्तर्षियों के मंदिर का काम भी निरंतर चल रहा है. इसलिए दिसंबर 2025 तक सभी मंदिरों का काम पूरा हो जाने की बात कही है. शेषावतार मंदिर के नीव का कार्य भी शुरू कर दिया गया है.

‘परकोटा में शिव मंदिर बनने वाले हैं’

परकोटा में शिव मंदिर बनने वाले हैं, उसके एक मंदिर में शिवलिंग की स्थापना होगी. परकोटा के इशान कोण उत्तरी पूर्बी कोने पर शिव मंदिर बनेगा. इसके लिए नर्मदा से 5 शिवलिंग मंगाए गए हैं. उसमें से तीन शिवलिंगों का चयन किया गया है जो शास्त्रीय पद्धति के अनुसार बनाए गए हैं. ओंकारेश्वर के स्वामी नर्मदानन्द जी महाराज ने शिवलिंग का चयन किया है और बाकी पांच मंदिरों की मूर्तियों का निर्माण का काम प्रगति पर है. राम दरबार की मूर्ति का निर्माण का काम भी प्रगति पर है.

‘सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर करेंगे’

राय ने आगे बताया कि जो भगवान राम मार्च 2020 में टेंट से निकालकर अस्थाई मंदिर में विराजमान किए गए थे उस स्थान को सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है. वर्तमान में वहां पर हनुमान जी की प्रतिमा विराजित है और उस स्थान की जागृति बनी रहे इसलिए पूजन होता रहे ये व्यवस्था की जाएगी. मंदिर में दर्शन करने के लिए हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और भी ज्यादा चाक चौबंध किया जाएगा.

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