कांग्रेस से दोस्ती, महुआ का साथ…क्या इसलिए BSP से बाहर हुए दानिश अली | Danish Ali Suspension BSP Friendship with Congress India Alliance Mahua Moitra


फाइल फोटोः राहुल गांधी के साथ दानिश अली.Image Credit source: Facebook
बसपा के अमरोहा के सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित कर दिया गया. दानिश अली का निलंबन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार और लोकसभा से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कैश-गिफ्ट के बदले सवाल पूछे जाने के मामले में निलंबन के तत्काल बाद आया है. दानिश अली पहले बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के साथ विवाद हुआ और फिर महुआ मोइत्रा के मामले में खुलेआम समर्थन से वह सुर्खियों में आए थे, लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि जिस तरह से दानिश अली की इंडिया गठबंधन खासकर कांग्रेस नेतृत्व से नजदीकियां बढ़ रही थी. बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और अंततः उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया.
बता दें कि बसपा बीजेपी के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के बने गठबंधन में शामिल नहीं है. बसपा ने हाल में विधानसभा चुनाव में अकेले प्रतिद्वंद्विता की थी. हालांकि राजस्थान में उसकी सीटों की संख्या घट गई है. फिर भी बसपा प्रमुख अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
मायावती की पार्टी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘उत्तर प्रदेश की अमरोहा सीट से बीएसपी सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. यह निलंबन तत्काल प्रभाव से लागू है.’
इंडिया गठबंधन के दानिश आ गए हैं करीब

इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ दानिश अली.
दानिश अली की हाल में इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ काफी नजदीकियां बढ़ी थीं. दानिश अली को हाल ही में इंडिया गठबंधन के कई विरोध प्रदर्शनों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में सबसे आगे देखा गया था. दानिश अली ने अपने फेसबुक वॉल पर इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट कर रखी है. इसके साथ ही वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी. वह इंडिया गठबंधन की लगातार वकालत करते दिखते थे.
हालाकि, शुरुआत से ही मायावती की पार्टी ने इंडिया गठबंधन में भाग लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने साफ कर दिया कि वह आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेंगी. ऐसे में बीएसपी को शायद पार्टी के इस सांसद का इंडिया गठबंधन के नेताओं से मेलजोल अच्छा नहीं लगा और पार्टी ने उन्हें निलंबित करने का फैसला लिया.
महुआ मोइत्रा का साथ, बसपा को नहीं आया रास
इस बीच, दानिश अली निष्कासित सांसद महुआ मैत्रा के कैश फॉर क्वेरी मामले में गठित आचार समिति के सदस्यों में से एक थे. जिस दिन टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की आचार समिति में उपस्थिति हुई थी. समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर पर तृणमूल नेता से असम्मानजनक सवाल पूछने का आरोप लगा. महुआ मोइत्रा ने कहा था कि उनके साथ ‘वर्चुअल वस्त्र हरण’ किया गया था. उस वक्त दानिश अली महुआ मोइत्रा का साथ नजर आए थे. पार्टी को टीएमसी नेता के साथ बढ़ती नजदीकी पसंद नहीं आई.
हालांकि दानिश अली ने अपने बयान में भी महुआ मोइत्रा के मामले का जिक्र करते हुए कहा है कि सांसद में एक महिला सांसद की अस्मिता के साथ जिस तरह से खिलवाड़ हुआ है. उसे पूरे देश ने देखा है. वह आचार समिति में भी उनके साथ खड़े थे और बाद में भी खड़े रहेंगे. उनका बीजेपी के खिलाफ विरोध जारी रहेगी.
रमेश बिधूड़ी के साथ हुआ था विवाद
कुछ दिन पहले लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी पर उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है. इसे लेकर दानिश अली और रमेश बिधूड़ी के बीच जमकर बयानबाजी भी हुई थी.
आरोप है कि बीजेपी रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ अभद्र और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया था. जिसे लेकर संसद में हंगामा मचा था. विपक्षी सांसदों ने रमेश बिधूड़ी से माफी मांगने को कहा. उनके खिलाफ उचित सजा की मांग भी स्पीकर से की गयी. अंततः रमेश बिधूड़ी आखिर चालू शीतकालीन सत्र में आये और पिछले सत्र की इस घटना के लिए माफी मांगी. रमेश बिधूड़ी ने तीन महीने पहले मानसून सत्र में टिप्पणी की थी और शीतकालीन सत्र में उन्होंने माफी मांगी.
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