Crime News Lawrence Bishnoi To Atiq Ahmed And Mukhtar Ansari How Does The Bloody Network Run From Jail

Gangster Run Their Network From Jail: आपने एबीपी न्यूज पर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू देखा होगा. एक हिस्ट्रीशीटर बिना किसी खौफ के आराम से जेल की चारदीवारी के पीछे से इंटरव्यू दे रहा था. इससे आप आसानी से समझ सकते हैं जेल के अंदर से कैसे फोन के जरिए अपराधी अपना गैंग ऑपरेट करते होंगे और अपने खूनी मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाते होंगे.
दरअसल ये सिर्फ किसी एक जेल का हाल नहीं बल्कि देश के कई राज्यों की जेलों से अक्सर ये खबरें आती रहती हैं कि रसूखदार दबंग अपराधी कैसे जेल मैन्युल की धज्जियां उड़ाते हैं. जिन जेलों को देश में कैदियों के सुधार के लिए इस्तेमाल होना था, वो अब खतरनाक अपराधियों के लिए ऐशगाह और सुरक्षित ठिकाना बनते जा रहे हैं.
ऊंची-ऊंची दीवारों के अंदर बसी वो दुनिया जहां का हर-पल बंदूकधारियों की पहरेदारी में बीतता है. जहां कानून-कायदों की कड़ियों में लिपटी सख्ती बेहिसाब होती है, लेकिन वही जेल अब अपराध का अड्डा बन चुके हैं. हम आपको बताएंगें कि कैसे जेल के अंदर से बड़े-बड़े गैंगस्टर बेधड़क-बेपरवाह-बेरोकटोक ख़ूनी नेटवर्क चलाते हैं.
सिस्टम को करारा तमाचा, यहां से चलते हैं गैगस्टर के नेटवर्क
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जो पिछले 9 बरसों से जेल की चारदीवारी के अंदर बंद है. उसने हमारे सहयोगी चैनल ABP को जेल से बेफिक्र होकर इंटरव्यू दिया है. हमारे सहयोगी जगविंदर पटियाल के हर सवाल का जवाब वो आराम से दे रहा था और बता रहा था कि कैसे जेल में बैठकर वो अपना नेटवर्क चल रहा है. उसका इस तरह से बेखौफ-बैलोस होना सिस्टम के मुंह पर करारा तमाचा है.
जेल के अंदर बैठा बिश्नोई बता रहा है कि जेल से फिरौती का खेल होता है. जेल में बैठा ये गैंगस्टर सुपर स्टार सलमान खान को भी धमका रहा है. बंदूकधारियों की सख्त सुरक्षा में सांस लेने वाला ये शातिर गैंगस्टर इतनी बड़ी बात ऐसे बोल रहा है, जैसे ये इसके लिए चुटकी का खेल हो.
जेल में जैमर तो फोन और सिम कहा से निकल रहा
जेल के अंदर से गैंगस्टर ने इंटरव्यू कैसे दिया? वो कैसे जेल के अंदर से खूनी नेटवर्क चला रहा है? जेल को अपराधियों ने कैसे ऐशगाह बना दिया है. यही सवाल जब पंजाब की पुलिस से पूछा गया तो उसने जेल के अंदर से इंटरव्यू होने के दावे को खारिज कर दिया.
अब जरा इस बठिंडा जेल की भी सच्चाई समझ लीजिए. जो जेल कथित तौर पर जैमर से लैस है. वहां पर 28 जून 2022 को छापेमारी हुई तो पुलिस को मोबाइल फोन और 5 सिम कार्ड मिले थे. वही जब 15 अक्टूबर 2022 को रेड में वहां से कई मोबाइल फोन बरामद हुए थे.
अब जरा सोचिए कि बठिंडा जेल में जैमर की बात कहकर पुलिस अधिकारी कैसे अपना पल्ला झाड़ रहे हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि जेल-जेल से कोई फर्क नहीं पड़ता. फर्क किसी भी जेल में सुरक्षा की दीवार के ढह जाने से पड़ता है, क्योंकि इसी पंजाब के तरनतारन के गोइंदवाल जेल में गैंगवार हुआ था.
आपको जानकर ताज्जुब होगा कि जेल में रहते हुए ही 2016 में लॉरेंस बिश्नोई पर कांग्रेस नेता की हत्या का आरोप लगा. जेल में रहते ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या का आरोप भी बिश्नोई पर लगा और सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई पर ही जेल से हत्या का आरोप नहीं है. इस फेहरिस्त में और भी कई गैंगस्टर शामिल हैं.
सलाखों के पीछे से भी कैसे करवाते हैं हत्या?
गुजरात के साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद भी आजकल ऐसे ही कांड के लिए फिर चर्चा में है. फरवरी 2023 में अतीक पर उमेश पाल की हत्या कराने का आरोप लगा है. इससे पहले जब वो यूपी जेल में बंद था तब दिसंबर 2018 में उसपर लखनऊ के बिजनेसमैन को अगवा करने का आरोप लगा था.
इसी अतीक अहमद के भाई पर जेल में दरबार लगाने का भी इल्जाम है. आरोप है कि उसका भाई अशरफ बरेली जेल में लोगों से गैरकानूनी तरीके से मिल रहा था. इस मामले में दो पुलिसवाले अरेस्ट हुए हैं. 5 निलंबित किए गए हैं.
इतना ही नहीं पूर्वांचल के सबसे कुख्यात बाहुबली मुख्तार अंसारी की हुकूमत भी जेल से चलती रही है. जेल जाने के बाद हत्या के 8 मामलों में उसे मुख्य आरोपी बनाया गया. जेल में बंद होने के बाद भी उस पर रंगदारी मांगने का भी आरोप लगा.
जेल में बंद उसके बेटे अब्बास अंसारी को भी पिता की तरह ही VIP ट्रीटमेंट मिलता रहा. अब सवाल उठता है कि जेल में गैंगस्टर को स्पेशल ट्रीटमेंट कैसे मिलता है? जाहिर है कि कमोबेश हर जेल में भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ी कुछ दीवारें हैं, जिनमें सिक्कों से छेद किया जा रहा है और उसी के जरिए जेल से पूरा खूनी नेटवर्क चलाया जा रहा है.
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