फेसबुक फ्रेंड से बदला लेने का ऐसा फितूर…पहुंचाना था उसे जेल, लेकिन खुद ही पहुंच गई सलाखों के पीछे | Ghaziabad woman along with lover created false story of kidnapping of her son revenge with old friend stwtg


प्रतीकात्मक तस्वीर.
यूपी के गाजियाबाद में एक महिला ने प्रेमी संग मिलकर अपने सात साल के बेटे के अपहरण की झूठी कहानी बनाई. फिर दो लोगों पर संदेह जताते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज करवा दिया. पुलिस ने जांच की तो बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पता चला कि महिला ने इन दो लोगों को जेल भिजवाने के लिए ही फर्जी केस दर्ज कराया है. पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है. मामले में जांच जारी है.
बदला लेने की चाहत में एक महिला खुद सलाखों के पीछे पहुंच गई. मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का है. दीपिका पाण्डेय नामक महिला की शादी कुछ साल पहले जौनपुर में हुई थी. दंपति को बेटा भी हुआ. लेकिन पति-पत्नी में कुछ समय बाद ही लड़ाई झगड़े शुरू हो गए. दीपिका फिर पति से अलग होकर कहीं और रहने लगी. इसके बाद फेसबुक पर उसकी दोस्ती फेसबुक पर हापुड़ के रहने वाले नीरज से हुई.
दीपिका की एक युवक से दुश्मनी थी. वह उसका बदला लेना चाहती थी. पुलिस ने बताया कि इसके लिए दीपिका ने उस युवक के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया. यही नहीं, उसके खिलाफ घर में घुसकर मारपीट का भी मामला दर्ज करवाया. युवक ने वकील हायर किया, जो कि उसी का दोस्त था. मामले में जांच के बाद पुलिस कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी. उसमें वो युवक निर्दोष पाया गया. इससे महिला को गुस्सा आ गया.
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खुद बेटे को दोस्त के घर भेजा
अब युवक ही नहीं, उसका वकील भी दीपिका की रडार पर था. वो दोनों से बदला लेने का प्लान बनाने लगी. उसने प्लान में नीरज को भी शामिल कर लिया. दीपिका का बेटा पास के ही एक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है. शुक्रवार को स्कूल की मेड बच्चे को घर छोड़ने आई थी. वहां से दीपिका ने अपनी एक दोस्त को कहा कि वो उसके बेटे को अपने पास रख ले. दूसरी ओर स्कूल से लौटते समय दीपिका ने बच्चे के अपहरण की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी.
ऐसे खुली दीपिका की पोल
बाद में जब दीपिका की दोस्त ने कहा कि वो अपना बेटा अब ले जाए. तो दीपिका ने बेटे को नीरज के घर हापुड़ भिजवा दिया. उझर, पुलिस ने जब बच्चे की मां का मोबाइल खंगाला तो पता चला उसकी नीरज से बहुत बार बात हुई है. पुलिस नीरज के घर हापुड़ पहुंच गई. उन्होंने नीरज से सख्ती से पूछताछ की तो उसने कहा- बच्चे को उसने दीपिका की बहन लक्ष्मी तिवारी के पास पहुंचा दिया है. यहां से पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया. इस तरह आरोपी मां दीपिका की पोल खुली.
फेसबुक फ्रेंड से लेना था बदला
दीपिका पांडेय ने पुलिस को बताया- पति से विवाद के बाद सोशल मीडिया (फेसबुक) पर उसकी दोस्ती आशु नामक युवक से हुई. लेकिन बाद में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया. आशु के खिलाफ उसने दुष्कर्म का झूठा मुकदमा और मारपीट का केस भी दर्ज कराया था. मामले में आशु के दोस्त लोकेश (वकील) ने उसकी बुरे वक्त में मदद की थी. इसी रंजिश के चलते दीपिका ने अपने बेटे के अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी और आशु व लोकेश पर शक जाहिर किया. ताकि दोनों को पुलिस सजा सुनाए.