खेल

From 145 to 130 Pakistan former captain Rashid Latif talked about pacer bowlers speed PAK vs BAN

Rashid Latif On Pakistani Pacer’s Speed: पाकिस्तान को हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में हार झेलनी पड़ी थी. बांग्लादेश ने पाकिस्तान को उन्हीं की सरजमीं पर 10 विकेट से करारी शिकस्त दी थी. इस हार के बाद चारों तरफ पाकिस्तान टीम की आलोचना हो रही है. अब टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने तेज गेंदबाजों पर निशाना साधा. उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों की गिरती हुई रफ्तार पर गहरा अफसोस जताया. 

तेज गेंदबाजी के अलावा उन्होंने कई और चीजों के बारे में भी बात की. आईएनएस के हवाले से क्रिकबज से बात करते हुए राशिद लतीफ ने कहा, “ऐसे भी दिन थे जब बांग्लादेश जैसी टीमों के खिलाफ हार चुभती थी और हम हैरान हुआ करते थे. हम मजबूत टीम थे और हमें हराना आसान नहीं था. 2003 में, वह तीन बार टेस्ट में हमें हराने के करीब आए. हमने 3-0 से सीरीज जीती. घर में अजेयता की आभा खत्म हो गई है. पिछले 9 घरेलू मैचों में हमने 5 गंवाए हैं.”

इसके आगे तेज गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “दुनिया जानती थी कि तेज रफ्तार हमारा हथियार हुआ करती थी, लेकिन हमारे तेज गेंदबाज अब तेज रफ्तार पर बॉलिंग नहीं करते. यह हार की असली वजह थी. रफ्तार में तेजी से गिरावट आई है. अगर उन्हें कोई इंजरी है, तो उन्हें इसका खुलासा करना चाहिए. शाहीन, नसीम और खुर्रम ने 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ शुरुआत की थी. वह फिर 130 पर आ गए. 

उन्होंने कहा कि गेंदबाजों की इस हालत का जिम्मेदार फिजियो और ट्रेनर्स को ठहराया जाना चाहिए. पूर्व पाक कप्तान ने कहा, “हमारे फिजियो और ट्रेनर जिम्मेदार हैं. आप जोफ्रा आर्चर को देख लीजिए, वह दो साल बाद वापस आया लेकिन रफ्तार में कोई कमी नहीं. जसप्रीत बुमराह के साथ भी ऐसा है- वह भी ऑपरेशन के बाद आए और उसी रफ्तार के साथ बॉलिंग करते हैं. पैट कमिंस… वह लंबे वक्त इंजरी के कारण क्रिकेट से दूर रहे. वह जब वापस आए तो उन्होंने धीमे होने का कोई भी संकेत नहीं दिखाया. हमारे गेंदबाज धीमे क्यों हो रहे हैं? हमारा सपोर्ट स्टाफ ढंग से काम नहीं कर रहा है. 144 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाला गेंदबाज 128 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर आ गया है.”

 

ये भी पढ़ें…

Ravichandran Ashwin: अश्विन के साथ हुआ स्कैम? एयरलाइन कंपनी को सुनाई खरी-खोटी; जानें क्या है मामला

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button