israeli ambassador accusing egypt for strengthening military presence in sinai border region for a war

Israel-Egypt Relations : इजरायल ने अपने पड़ोसी इस्लामिक देश मिस्र पर बड़ा आरोप लगाया है. अमेरिका में इजरायल के राजदूत येचिएल लीटर ने मिस्र पर इजरायल के साथ शांति संधि के उल्लंघन का बहुत बड़ा आरोप लगाया है. इजरायली राजदूत ने कहा कि मिस्र इजरायल के बॉर्डर के पास सैन्य ढांचा तैयार कर रहा है, जिसका इस्तेमाल आक्रामक अभियानों के लिए किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यरुशलम जल्द ही काहिरा के सैन्य निर्माण का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगा.
मिस्र पर युद्ध की तैयारी का आरोप
इजरायली राजदूत ने कहा, “वहां (सिनाई में) पर सैन्य बेस बनाए जा रहे हैं और उनका इस्तेमाल केवल आक्रामक अभियानों और हथियारों से हमले के लिए किया जा सकता है. यह स्पष्ट रूप से एक उल्लंघन है. लंबे समय से इस मुद्दे को दरकिनार किया गया है, लेकिन यह फिर भी जारी है. यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसे हम जल्दी ही और बहुत जोरदार तरीके से चर्चा के लिए रखने जा रहे हैं.”
अमेरिकी यहूदी संगठनों के अध्यक्षों के सम्मेलन में इजरायली दूत ने की टिप्पणी
अमेरिका में इजरायल के राजदूत येचिएल लीटर ने यह टिप्पणी बीते महीने जनवरी के आखिर में प्रमुख अमेरिकी यहूदी संगठनों के अध्यक्षों के सम्मेलन के साथ एक बैठक के दौरान की थी. यह बैठक वॉशिंगटन में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के ठीक पहले हुई थी.
पिछले हफ्ते शुक्रवार (14 फरवरी) को उनकी टिप्पणियों का वीडियो पब्लिश किया गया था, जिसे बाद में इसे सोशल मीडिया से हटा दिया गया है.
मिस्र पर पहली बार लगा है सीधा आरोप
उल्लेखनीय है कि यह पहली बार है कि जब किसी इजरायली अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से मिस्र पर सिनाई प्रायद्वीप में अपनी सैन्य उपस्थिति का विस्तार करके शांति समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है.
इजरायली मीडिया आउटलेट वाईनेट की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के दिनों में ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें मिस्र के सैन्य वाहनों को गाजा की सीमा के पास उत्तरी सिनाई में तैनात दिखाया गया है. हालांकि, अभी तक इनकी प्रमाणिकता स्पष्ट नहीं है
क्या सच में मिस्र कर रहा युद्ध की तैयारी?
मिस्र के एक प्रमुख टीवी होस्ट अमर अदीब ने रविवार (16 फरवरी) को एमबीसी मिस्र पर एक कार्यक्रम में इन चिंताओं को लेकर अपना संबोधन दिया और मिस्र की इजरायल के साथ युद्ध की सभी तैयारियों के दावों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, “कोई भी युद्ध में प्रवेश करना नहीं चाहता है, लेकिन अगर हमें लड़ने को मजबूर किया जाता है तो हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं.”