राम मंदिर परिसर में रामलला का प्रवेश, गर्भगृह का हुआ शुद्धिकरण; देखें तस्वीरें | ramlala idol is being brought from workshop to ram mandir complex in ayodhya stwas

अयोध्या में कार्यशाला से रामलला की मूर्ति निकाली गई है. मूर्ति को राम मंदिर परिसर में लाया जा रहा है. ये वही मूर्ति है, जिसे कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की यही मूर्ति गर्भगृह में स्थापित की जाएगी. बता दें कि मूर्ति को ट्रक से राम मंदिर परिसर में लाया जा रहा है. पूरा ट्रक तिरपाल से ढका हुआ है. इससे पहले बुधवार शाम रामलला की एक प्रतीकात्मक मूर्ति को राम मंदिर परिसर में भ्रमण कराया गया था. ये मूर्ति देखने के बाद भक्तों को लगा कि रामलला अपने घर में आ गए हैं.
पहले रामलला की मूर्ति का नगर भ्रमण का कार्यक्रम था, लेकिन सुरक्षा-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए नगर भ्रमण के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. उसकी जगह भगवान का परिसर भ्रमण का कार्यक्रम संपन्न हुआ, लेकिन वह भी रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति के साथ. रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति का मंदिर के 100 एकड़ परिसर में पालकी पर बैठाकर भ्रमण कराया गया.
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न होगा. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई हैं. 16 जनवरी से राम मंदिर में विशेष अनुष्ठान कार्यक्रम भी शुरू हो चुके हैं.
गर्भगृह में पवित्री करण और शुद्धिकरण की पूजा शुरू
रामलला के गर्भगृह में आज से पूजन की शुरुआत की गई है. गर्भगृह में मुख्य यजमान अनिल मिश्रा पूजा पर बैठे हैं. उनके साथ में चंपत राय भी हैं. इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद के कई सदस्य और आचार्य गण गर्भगृह में पूजा कर रहे हैं. दरअसल, गर्भगृह में पवित्री करण और शुद्धिकरण की पूजा की जा रही है.

रामलला के गर्भगृह में पूजन कार्यक्रम.
क्या समय तय किया गया है?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी को दोपहर 1:20 से दोपहर 1:28 के बीच का मुहूर्त तय किया गया है. इसी बीच में सारे कार्यक्रम शुरू होंगे. उसके बाद के समय तक भी कार्यक्रम चलते रहेंगे, लेकिन शुभ मुहूर्त महेश केवल 8 मिनट का है.