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Indonesia muslims regrets with tattoo crowd gathered for free removal service during Ramadan 2025

Ramadan 2025: अक्सर आपने लोगों को हाथ-पैर के अलावा शरीर के दूसरे अंगों पर टैटू बनवाते देखा होगा, लेकिन क्या आपको पता है इसे हटाने की प्रक्रिया में काफी दर्द सहना पड़ता है. इंडोनेशिया में रमजान के पवित्र में टैटू हटावे वालों का तांता लगा हुआ है. जकार्ता में  रमजान के दौरान इस्लामी चैरिटी संगठन और अमिल जकात नेशनल एजेंसी की ओर से एक कैंप चलाया जा रहा है, जिसमें मुफ्त में टैटू हटाया जाएगा. इसके लिए भारी संख्या में मुस्लिम लोगों ने टैटू हटाने के लिए रिजस्ट्रेशन कराया है.

टैटू बनवाकर लोगों को हो रहा पछतावा

न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक तेगुह इस्लेन नाम शक्स लेजर की तेज किरणों की मदद से अपना टैटू हटवा रहा था. दर्द से कराहते हुए उसने बताया कि वह इसलिए टैटू हटवा रहा है ताकि रमजान के पवित्र महीने में पश्चाताप कर सके. एक 30 वर्षीय गिटारिस्ट ने बताया कि उन्होंने बैंड में कार्यक्रम के दौरान कूल दिखने के चक्कर में अपनी पीठ, हाथ और पैरों पर टैटू बनवाए थे, लेकिन अब उन्हें पछतावा हो रहा है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों का ऊपर वाले ने जो शरीर दी है, उसमें बदलाव नहीं करना चाहिए.

रमजान के मौके पर फ्री में हटाए जा रहे टैटू

टैटू हटाने वाले संगठनों ने यह काम साल 2019 में शुरू किया था. अब उन्होंने रमजान के मौके पर इसे फिर से शुरू किया. इस साल करीब 700 लोगों इसके रजिस्ट्रेशन कराया है और अभी तक कुल 3000 लोग यहां से फ्री में टैटू हटवा चुके हैं. इस कार्यक्रम के प्रबंधक मोहम्मद असेप वाहुदी ने कहा कि बहुत से लोग अपने टैटू हटाने का खर्च नहीं उठा सकते या नहीं जानते कि वे इसे सुरक्षित तरीके से कहा और कैसे हटा सकते हैं. 

लेजर से टैटू हटाने की प्रक्रिया में बार-बार मेडिकल का आवश्यकता होती है, जो पूरी तरह सफल होगी ही इस बात की भी कोई गारंटी नहीं होती है. वहीं बड़े टैटू को हटाने के लिए हजारों डॉलर खर्च करने पड़ सकते हैं.

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