‘राम मंदिर निर्माण में 8 करोड़ हिंदूओं का…’ चंदे को लेकर क्या बोले प्रवीण तोगड़िया? | Auraiya Praveen Togadia founder president Vishwa Hindu Parishad said 8 crore Hindus used construction Ram temple-stwma


औरैया पहुंचे विश्व हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया
विश्व हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया उत्तर प्रदेश के औरैया में कहा है कि वर्तमान समय में अब कोई भी हिंदू अकेला नहीं है. अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद वह यहां रामभक्तों का धन्यवाद व्यक्त करने पहुंचे. उनका औरेया में जोरदार स्वागत भी किया गया. प्रवीण तोगड़िया के औरेया आगमन पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखाई दिया. शहर की सीमा में प्रवेश करते ही पुलिस सक्रिय हो गई और सुरक्षा घेरा बना लिया गया.
प्रवीण तोगड़िया राम भक्तों का धन्यवाद करने के लिए प्रत्येक जिले में पहुंच रहे हैं. औरैया से वह फिरोजाबाद के लिए रवाना हो गए. प्रवीण तोगड़िया अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के उपरांत सभी हिंदुओं का धन्यवाद करने के लिए निकले हैं. वह समाज के लोगों से मथुरा काशी सहित अन्य धर्म स्थलों की लड़ाई में एकजुट रहने की अपील कर रहे हैं. प्रवीण तोगड़िया जहां जा रहे हैं उनका जोरदार स्वागत किया जा रहा है.
राम मंदिर निर्माण में 8 करोड़ हिंदुओं का सवा रुपया लिया गया
यूपी के औरैया में पहुंचे विश्व हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर का भव्य निर्माण हो चुका है और उसमें भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि 1979 में उनके द्वारा राम मंदिर निर्माण में 8 करोड़ हिंदुओं का सवा रुपया लिया गया था. 32 वर्षों तक 60 हजार धनप्रीत पत्थर तैयार किए गए जो मंदिर निर्माण में लगे हैं. उन्होंने बताया कि इसमें व्यापारी के करोड़ों रुपयों का कोई भी महत्व नहीं है.
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संगठन द्वारा हिंदू हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया
विश्व हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के संस्थापक अध्यक्ष और फायर ब्रांड नेता प्रवीण तोगड़िया ने बताया कि वर्तमान समय में कोई भी हिंदू अकेला नहीं है. संगठन द्वारा हिंदू हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. यह नंबर 24 घंटे सेवा में रहता है. जिस पर फोन करने के बाद तत्काल प्रभाव से उसकी रक्षा एवं समस्या को दूर करने के लिए संगठन के पदाधिकारी पहुंच जाते हैं.