Kanpur farmer suicide case accused ashu diwakar mother passes away before announcement family members demand to cm stwma | मुनादी से पहले आशु दिवाकर की मां का निधन, शव को घर पर रख परिजनों ने CM से की ये मांग


सीएम से न्याय की मांग करते आरोपी आशु के परिजन
उत्तर प्रदेश के कानपुर का चर्चित किसान आत्महत्या कांड में फरार इनामी आरोपी प्रियरंजन आशु दिवाकर की मां का निधन हो गया. पुलिस को आशंका है कि आशु अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकता है. उसकी गिरफ्तारी के लिए चकेरी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम अलर्ट हो गई है. वहीं, आरोपी के परिजनों ने आशु को निर्दोष बताया है. उनकी मांग है कि जब तक उन्हें न्याय नही मिलेगा मां का अंतिम संस्कार नही किया जाएगा. पुलिस आरोपी के घरों पर 82 की कार्रवाई का नोटिस चस्पा करने वाली थी. मां के निधन के बाद उसे रोक दिया गया है.
रविवार की सुबह प्रियरंजन आशु दिवाकर की बुजुर्ग मां का निधन हो गया. आशु पूर्व में भाजपा का नेता और बाल आयोग का सदस्य था, जिसे बाद में पार्टी ने निष्कासित कर दिया था. आशु की मां के निधन के बाद उसके परिजनों ने TV9 भारतवर्ष से बात की. आशु की भाभी का कहना है कि आशु पूरी तरह निर्दोष हैं.
न्याय मिलेगा तभी करेंगे अंतिम संस्कार
परिजनों का कहना है कि पुलिस सिर्फ एक पक्ष की सुन रही है. उनका भी पक्ष सुना जाए. उनकी मां आशु का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाईं जिस कारण उनका निधन हो गया. परिजनों ने मृतक किसान बाबू सिंह यादव के सुसाइड नोट पर भी सवाल उठाए. आशु के परिजनों का कहना है कि जब तक आशु को न्याय नही मिलेगा मां का अंतिम संस्कार नही किया जाएगा. उन्होंने सीएम से न्याय दिलाने की मांग की है.
1 लाख का इनामी आरोपी है आशु
आरोपी आशु पर चकेरी थाना क्षेत्र स्थित अहिरवां गांव के रहने वाले किसान बाबू सिंह यादव की जमीन की रकम हड़पने का आरोप है. 9 सितंबर को किसान बाबू सिंह यादव ने आशु की धोखाधड़ी से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी. सुसाइड करने से पहले किसान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था. मृतक किसान बाबू सिंह के परिवार ने प्रियरंजन आशु दिवाकर सहित 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी आशु तभी से फरार चल रहा था. आशु पर 1 लाख रूपये का इनाम भी घोषित किया गया है.
मां के निधन के बाद टाल दी कार्रवाई
अपर जिला जज 24 अंशुमान पटनायक की कोर्ट ने किसान सुसाइड केस के मुख्य आरोपी आशु की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था. वहीं, कुर्की की अर्जी पर धारा 82 की कार्रवाई का नोटिस जारी किया गया था. रविवार को आरोपी आशु के मैनपुरी और कानपुर स्थित घर पर मुनादी कराकर 82 की कार्रवाई का नोटिस चस्पा होना था. लेकिन आशु की मां के निधन के बाद कार्रवाई रोक दी गई.