Mahakumbh 2025: महाकुंभ खत्म होने के बाद भी नहीं कम हुई भीड़ तो क्या होगा आगे का प्लान?


आज महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान के साथ महाकुंभ का समापन हो गया.
महाशिवरात्रि पर्व के साथ ही आज प्रयागराज महाकुंभ का समापन हो गया. 45 दिन चले इस आयोजन ने भीड़ को लेकर कई रिकॉर्ड बनाए. 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज संगम में आस्था की डुबकी लगाई. महाकुंभ प्रशासन का भी दावा है कि इस आयोजन में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. आज 26 फरवरी को इसका समापन हो गया है. हालांकि प्रयागराज जिला प्रशासन को समापन के बाद भी भीड़ के आने का अनुमान है.
फरवरी की 26 तारीख को इस साल प्रयागराज महाकुंभ में एक ऐसा कीर्तिमान दर्ज हुआ, जो अपने आप में अनूठा है. दुनिया के किसी धार्मिक आयोजन में 66 करोड़ लोगों का जमावड़ा कभी नहीं हुआ, जो प्रयागराज महाकुंभ में इस बार हुआ. महाकुंभ प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर इस महा आयोजन के समापन का ऐलान कर दिया है. महाकुंभ के आयोजन में अपना योगदान देने वाली सभी एजेंसियां अब महाकुंभ क्षेत्र से रवाना हो जाएंगी.
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केवल पुलिस-प्रशासन अभी भी भीड़ की संभावित मौजूदगी को देखते हुए कुछ दिनों के लिए रह सकता है. इसी संभावना पर यह भी कयास लगाया जा रहा है कि महाशिवरात्रि के बाद भी अगर कुछ और दिनों तक भीड़ कम नहीं हुई तो इस भीड़ के प्रबंधन का पुलिस-प्रशासन के पास क्या प्लान है. इस संभावना की एक बड़ी वजह यह भी है कि तीन अमृत स्नान के बाद महाकुंभ में भीड़ कम होने के प्रशासन के अनुमान का गलत साबित होना.
महाशिवरात्रि के बाद प्रशासन की पार्किंग व्यवस्था
महाकुंभ के समापन के बाद प्रयागराज शहर के बाशिंदों को उम्मीद है कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सामान्य हो जाएगी. महाकुंभ के पूर्व के दिनों की तरह वह शहर में आ जा सकेंगे, लेकिन यह निर्भर करेगा महाकुंभ के बाद शहर में आ रही श्रद्धालुओं की भीड़ की स्थिति पर.
मिली जानकारी के मुताबिक, महाशिवरात्रि के बाद भी प्रशासन की तरफ से नो व्हीकल जोन की व्यवस्था तो खत्म हो जाएगी, लेकिन पार्किंग की व्यवस्था एकदम से खत्म नहीं होने जा रही है. यानि कि भीड़ अभी भी आ सकती है, जिसके चलते पार्किंग स्थल की बैरिकेड्स हटाई नहीं जाएगी. शहर में सात अलग-अलग मार्गों में बनाई गई पार्किंग को एक्टिव मोड पर रखा जाएगा.
रोडवेज और रेलवे की व्यवस्था में बदलाव
महाशिवरात्रि के एक दिन बाद तक रोडवेज 4,500 बसों का संचालन करेगा. इसी अवधि में 750 शटल बसों में भी फ्री सेवा रहेगी. इसके बाद रोडवेज यह व्यवस्था वापस ले रहा है. रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एम.के त्रिवेदी की मानें तो 27 फरवरी के बाद बसों का संचालन सामान्य हो जाएगा, लेकिन अगर सरकार की तरफ से भीड़ के बढ़ने के संकेत मिले तो रणनीति बदल भी सकती है. रेलवे ने 300 विशेष ट्रेन 27 फरवरी तक चलाने का निर्देश दिया है. स्थिति विशेष पर उसे भी केंद्र से इसके लिए विस्तार करने की अनुमति लेनी होगी.