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Northern Lights News One Piolot Takes A 360 Degree Turn Mid Air To Show Passengers Northern Lights

Latest Viral News: हवाई जहाज को उड़ाना कोई बच्चों का खेल नहीं है. इसे उड़ाने वाले पायलट काफी ट्रेंड होते हैं और इसके बाद भी उन्हें काफी सावधानी बरतनी पड़ती है. पर कुछ ऐसे भी पायलट होते हैं जो हवा में भी खतरों से खेलने से नहीं डरते और हवाई जहाज को भी ऐसे उड़ाते हैं जैसे एक्सप्रेसवे पर लहराते हुए कोई वाहन निकाल रहा हो.

जी हां, आपको सुनकर भले ही अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. दरअसल, यह सब हुआ नॉर्दर्न लाइट्स की वजह से. पायलट ने इसे देखने और अपने यात्रियों को भी इसे दिखाने के हवा के बीच में हवाई जहाज को 360 डिग्री तक घुमा दिया. अब इसकी चर्चा मीडिया और सोशल मीडिया में खूब हो रही है. 

एक पैसेंजर ने सोशल मीडिया पर शेयर की फोटो

पायलट जब यह करतब दिखा रहा था, तो कुछ यात्रियों ने फ्लाइट के 360 डिग्री घूमने की पिक्चर भी क्लिक की. इसी फ्लाइट में सवार एडम ग्रोव्स नाम के पैसेंजर ने बाद में नॉर्दर्न लाइट्स की कुछ अविश्वसनीय तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर कीं. एडम ग्रोव्स ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “रेक्जाविक से मैनचेस्टर तक EZY1806 के @easyJet पायलट को बड़ा धन्यवाद, जिन्होंने बीच उड़ान से हवाई जहाज को 360 डिग्री उड़ान भरकर हर किसी को हैरान कर दिया. यहां तक की फ्लाइट में बैठे लोग भी इस पल का आनंद ले पाए.” 

पैसेंजर ने इसे कभी न भूलने वाला लम्हा बताया

दुनियाभर के फ्लाइट को ट्रैक करने वाले Flightradar24 ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा “@easyJet की उड़ान ने उत्तरी सागर के ऊपर से 360 डिग्री का चक्कर लगाकर हर किसी को हैरान कर दिया. यह कभी न भूलने वाला लम्हा था. विमान में बैठकर इस तरह का नजारा देखना कोई आम बात नहीं है.” इस यूजर ने आगे लिखा “नॉर्दर्न लाइट्स आज रात भी बहुत मजबूत हैं, इसलिए इसका कारण शायद विमान के दोनों ओर के यात्रियों को शानदार #AuroraBorealis देखने की अनुमति देना था.”

इसे कहते हैं नॉर्दर्न लाइट्स

अब आपके मन में ये सवाल होगा कि आखिर नॉर्दर्न लाइट्स होता क्या है. दरअसल, यह एक वायुमंडलीय घटना है जिसमें हरे, बैंगनी और लाल रोशनी की लहराती लहरें आकाश में नाचती रहती हैं. ये तब होते हैं जब सूर्य से सक्रिय कणों की तरंगें जिन्हें सौर पवन कहा जाता है, हमारे वायुमंडल पर किरणें डालती हैं. इसके बाद कण चुंबकीय क्षेत्र के साथ ग्रह के ध्रुवों की ओर यात्रा करते हैं, जहां एक ऊर्जा विनिमय आकाश में रंगीन रोशनी पैदा करता है. नॉर्दर्न लाइट्स उत्तरी गोलार्ध में होती है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में इसी घटना को ऑरोरा ऑस्ट्रेलिया या साउथ लाइट्स कहा जाता है.

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