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2 मासूम और 2 कातिल…गर्माया यूपी का सियासी पारा, बदायूं हत्याकांड के 36 घंटे; कहां तक पहुंची पुलिस की जांच? | 48 hours after Budaun massacre politics heated up in UP mother of murderer Sajid said he got punishment for his actions stwtg

2 मासूम और 2 कातिल...गर्माया यूपी का सियासी पारा, बदायूं हत्याकांड के 36 घंटे; कहां तक पहुंची पुलिस की जांच?

बदायूं हत्याकांड में पुलिस की जांच जारी.

उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो मासूमों की बेहरमी से हत्या का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. इस केस में लगातार छानबीन जारी है. आरोपी जावेद की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. आरोपी के ऊपर 25 हजार तक का इनाम भी रख दिया गया है. इसी बीच हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी साजिद की मां का बयान सामने आया है. उन्होंने बेटे के एनकाउंटर पर कहा कि साजिद के साथ जो कुछ भी हुआ वो सही हुआ.

साजिद की मां ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, ”मेरे बेटे साजिद वने जो गलत किया, उसका सही परिणाम उसे मिला. मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था. हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. जिन बच्चों के साथ यह घटना हुई, उसका मुझे बेहद अफसोस है.”

वहीं, इस केस में राजनीति भी गर्माई हुई है. इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता शिवपाल सिंह यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ”बदायूं में हुई घटना बहुत दुखद है, लेकिन सरकार की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. इस तरह की घटनाओं से यह साफ है.” साजिद के एनकाउंटर में मारे जाने पर उन्होंने कहा, मैं जिला एवं पुलिस प्रशासन को इस कार्रवाई के लिए बधाई देता हूं, लेकिन इस घटना के पीछे की सच्चाई भी सामने आनी चाहिए.

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उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, यदि पुलिस ठीक से काम करती तो इन जिंदगियों को बचाया जा सकता था. वे (भाजपा सरकार) अपनी खामियों को छुपा नहीं सकते. इस मुठभेड़ से उनकी विफलता नहीं छिपेगी.

‘यह समय राजनीति करने का नहीं’

उधर घटना के बाद बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य मृतकों के घर पहुंची और परिजनों को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, मैं इन दो नाबालिगों की हत्या की निंदा करती हूं. हमारा भाजपा परिवार पीड़ित परिवार के साथ है. मैं बस इतना कहूंगी कि जो लोग इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, यह राजनीति करने का समय नहीं है. मौर्य ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, सपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है क्योंकि बदायूं का उनका तथाकथित किला 2019 में यहां के लोगों द्वारा ढहा दिया गया. सपा के उम्मीदवार ने देखा होगा कि आज बदायूं में उन्हें पूछने वाला कोई नहीं है. यही वजह है कि वे इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं.

संभवतः उनका इशारा सपा नेता शिवपाल यादव की तरफ था जो बदायूं से उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार पिछले सप्ताह यहां आए थे. मौर्य ने 2019 में बदायूं लोकसभा सीट से सपा के धर्मेंद्र यादव को हराया था.

कत्ल का मोटिव बना हुआ है पहेली

बता दें, उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुए दोहरे हत्याकांड की गुत्थी अभी भी उलझी हुई है. दो बच्चों की हत्या हुए दो दिन होने को आए हैं. एक हत्यारोपी साजिद पुलिस एनकाउंटर में मारा भी जा चुका है. वहीं, दूसरा आरोपी जावेद अभी फरार है. लेकिन अभी तक कत्ल का मोटिव एक पहेली बना हुआ है. अब तक ये साफ नहीं हुआ है कि आखिर साजिद ने विनोद और संगीता के दो मासूम बच्चों की गला रेत कर जान क्यों ले ली?

क्या है बदायूं हत्याकांड की कहानी?

प्राथमिकी के मुताबिक, आरोपी उस परिवार को जानकार था और अपनी पत्नी के प्रसव के लिए रुपये मांगने वहां गया था. पुलिस ने नाबालिग भाइयों की हत्या के आरोपियों के पिता और चाचा को बुधवार को हिरासत में ले लिया. पुलिस महानिरीक्षक (बरेली रेंज) आरके सिंह ने को बताया कि हत्या के कुछ घंटों बाद ही आरोपी साजिद (22) को मुठभेड़ में मार गिराया गया. इलाके में हाल ही में नाई की दुकान खोलने वाले साजिद ने मंगलवार को एक घर में घुसकर तीन नाबालिग भाइयों- आयुष (12), अहान उर्फ हनी (8) और युवराज (10) पर चाकू से हमला कर दिया. आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.

मृतकों के पिता विनोद कुमार की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, आरोपी साजिद अपने भाई जावेद के साथ मंगलवार शाम सात बजे हमारे घर पहुंचा. साजिद ने मेरी पत्नी संगीता से अपनी पत्नी के प्रसव के लिए पांच हजार रुपये मांगे. जब मेरी पत्नी पैसे लेने अंदर गई तो साजिद घर की छत पर चला गया और जावेद भी छत पर पहुंच गया जिसके बाद दोनों ने मेरे दो बेटे- आयुष और अहान को भी छत पर बुलाया. दोनों ने तेज धारदार चाकू से मेरे बेटों पर हमला कर दिया.

विनोद के मुताबिक, जब मेरी पत्नी पैसे लेकर बाहर आई तो उसने साजिद और जावेद को नीचे आते देखा. मेरी पत्नी को देखकर उन्होंने कहा-आज मैंने अपना काम कर दिया है और घटनास्थल से फरार हो गये. आरोपियों ने युवराज पर भी हमला किया जो अस्पताल में भर्ती है और उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है.”

घटना के समय बच्चों के पिता नहीं थे घर पर

मृतक बच्चों के पिता एक निजी ठेकेदार हैं और घटना के समय वह जिले से बाहर थे. घर पर उनकी पत्नी संगीता के अलावा उनकी मां भी मौजूद थीं. घटना के कुछ घंटों बाद साजिद (22) को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया जबकि जावेद फरार है. पुलिस ने इस घटना के पीछे के मकसद के बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं बताया है. बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा, हमने साजिद और जावेद के पिता बाबू और उनके चाचा कयामुद्दीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. यह कदम जावेद को गिरफ्तार करने के प्रयासों के तहत उठाया गया है.

जावेद पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित

पुलिस ने जावेद और साजिद दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है. बुधवार की देर शाम पुलिस ने जावेद की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. एसएसपी प्रियदर्शी ने बताया कि जावेद की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है और पांच टीमें बदायूं समेत आसपास उसकी तलाश कर रही हैं. दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. घटना को लेकर इलाके में भारी रोष है. कुछ हिंदूवादी संगठनों ने बुधवार को सुबह इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. यह मामला दो अलग-अलग समुदायों से जुड़ा है. इसी के मद्देनजर क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है.

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