Shakti Kapoor considers amitabh bachchan as God of all actors themselves revealed this
Shakti Kapoor Considers This Actor As God Of All Actors: शक्ति कपूर की गिनती बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में होती हैं. कभी वे बड़े पर्दे पर खूंखार विलेन बनकर छाए तो कभी अपनी जोरदार कॉमेडी से दर्शकों को पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर दिया.
शक्ति कपूर ने फिल्मों में निगेटिव और पॉजिटिव दोनों ही तरह के किरदारों से दर्शकों का दिल जीता है. 70 के दशक में अपने करियर का आगाज करने वाले शक्ति 90 के दशक तक छाए रहे. इस दौरान उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दी. बड़े पर्दे पर उनकी जोड़ी दिवंगत एक्टर कादर खान संग भी खूब पसंद की गई.
कादर खान को गुरु मानते हैं शक्ति कपूर
कादर खान बॉलीवुड के एक दमदार एक्टर थे. उन्होंने और शक्ति ने साथ में कई फिल्में की. दोनों की मजेदार कॉमेडी और शानदार एक्टिंग दर्शकों को खूब रास आती थी. कादर खान को शक्ति अपना गुरु मानते हैं. हालांकि हिंदी सिनेमा का एक लीजेंड ऐसा है जिसके शक्ति कपूर दीवाने हैं और उसे सभी एक्टर्स का भगवान मानते हैं.
अमिताभ बच्चन को ‘सभी एक्टर्स का भगवान’ मानते हैं शक्ति कपूर
हिंदी सिनेमा में सबसे सम्मानित कलाकार के रुप में देखें जाने वाले लीजेंड और सदी के महानायक’ अमिताभ बच्चन को शक्ति कपूर सभी एक्टर्स का भगवान मानते हैं. अपने सोशल मीडिया एकाउंट से बिग बी संग अपनी तस्वीरें शक्ति अक्सर पोस्ट करते हैं. शक्ति ने साल 2023 में बिग बी के बर्थडे पर उनके साथ अपनी एक पुरानी तस्वीर शेयर की थी. बिग बी को बर्थडे की शुभकामनांए देते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा था कि, ‘जन्मदिन की शुभकामनें सर जी. सभी अभिनेताओं के भगवान (गॉड ऑफ ऑल एक्टर्स.’
700 से ज्यादा फिल्में आकर चुके हैं शक्ति कपूर
शक्ति कपूर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1975 में आई फिल्म दो जासूस से की थी. वहीं वे पहली बार विलेन के रुप में संजय दत्त की डेब्यू फिल्म ‘रॉकी’ के जरिए नजर आए थे. ये फिल्म 1981 में आई थी और हिट साबित हुई थी. शक्ति कपूर आज भी राजा बाबू के ‘नंदू’ और ‘अंदाज अपना अपना’ के ‘क्राइम मास्टर गोगो’ के किरदार के लिए जाने जाते हैं. हिंदी के साथ ही असमिया, उड़िया, बंगाली, पंजाबी सिनेमा में भी काम कर चुके शक्ति ने अपने करियर में 700 से भी ज्यादा फिल्में की है.
यह भी पढ़ें: 620 करोड़ की मालकिन है ये बच्ची, 10 साल छोटे विदेशी सिंगर से रचाई थी शादी, पहचाना क्या?