Sonbhadra: नकली मोबाइल को कंपनी का बता बेचा, UP से नेपाल तक की तस्करी… 2 अनपढ़ तस्करों का दिमाग उड़ा देगा होश | Sonbhadra Robertsganj News Fake Chinese mobile Oppo One Plus children illness two smugglers arrested stwar


दो अनपढ़ ने लगाया पढ़े लिखे को चूना
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दो अनपढ़ तस्कर महंगी कंपनी का नकली एंड्राइड मोबाइल फोन को असली बता कर बेच रहे थे. दोनों तस्करों का ये धंधा यूपी से नेपाल तक चल रहा था. बताया जा रहा है कि बच्चों की बीमारी का बहाना बनाकर ये तस्कर नकली चाइना मेड फोन को महंगे फोन के बॉडी में डालकर बेच देते थे. खरीदने वालों को शक ना हो इसलिए वो फोन की रसीद भी देते थे. बाद में पता चलता था की फोन की तरह ही रसीद भी फर्जी हैं.
दरअसल यूपी के सोनभद्र में एसओजी सर्विलांस और रॉबर्ट्सगंज पुलिस ने नकली मोबाइल को असली बताकर बेचने वाले दो तस्कर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से 52 एंड्राइड मोबाइल, फर्जी रसीद, बारकोड, नकली मोहर और एक बाइक बरामद किया है. पकड़े गए दोनों आरोपी जनपद बुरहानपुर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं.
बच्चों की बीमारी का बहाना बना बेचते थे फोन
दरअसल पिछले दिनों रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र निवासी चन्द्रभान सिंह ने दिए तहरीर में बताया कि एक व्यक्ति ने उसे बच्चे के बीमार होने का बहाना बनाकर वन प्लस कम्पनी का मल्टीमीडिया फोन रसीद सहित बेचा था. इसके बाद उसने जैसे ही मोबाइल में सिम लगाया उसके पास एक फोन आता है उसे कहा जाता है कि आपने जो फोन खरीदा वह किसी और का है. इसके बाद उसने पुलिस के पास अपने साथ हुए ठगी के बारे शिकायत की. इसके बाद पुलिस ने दो जालसाज को गिरफ्तार किया है.
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अनपढ़ ने लगाया पढ़े लिखों को चूना
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी की पहचान दिनेश चौहान पुत्र रामेश्वर चौहान निवासी डालमऊ नावरा थाना नेपानगर जनपद बुरहानपुर मध्य प्रदेश और दूसरा शख्स कमल बेलदार पुत्र गोविंद निवासी रामपुर थाना नेपानगर जनपद बुरहानपुर मध्य प्रदेश निवासी के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी अनपढ़ है जो मध्य प्रदेश से नकली मोबाइल लाकर सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी बस्ती और गोरखपुर में भोले भाले लोगों को 9 से 10 हजार रुपए में बेचता था.
असली बॉडी में नकली फोन
पुलिस ने बताया कि ये दोनों, लोगों को जो फोन बेचते थे वह सेट अंदर से चाइनीज होता था. उसपर ओप्पो और वनप्लस कंपनी का बॉडी लगा होता था. यह गैंग तीन से चार हजार में नकली मोबाइल खरीद कर ऊंचे दामों पर लोगों को बेच देता था.वह लोगों से अपने बच्चों की बीमारी या पैसों की किल्लत का बहाना बनाकर लोगों को झांसे में ले लेता. पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का सरगना अभी भी फरार है