Syria Blast Seven People Dead Many Injured In Car Bomb Blast In Busy Market Of Azaz City In Northern Syria

Car Bomb Blast In Syria: उत्तरी सीरिया के अलेप्पो प्रांत के अजाज शहर में शनिवार (30 मार्च) को देर रात एक व्यस्त बाजार में कार बम धमाका हुआ, जिसमें कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. यह तुर्किये की सीमा से लगा इलाका है.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्पष्ट नहीं है कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद से लड़ने वाले तुर्किये समर्थक लड़ाकों की ओर से चलाए जाने वाले शहर में हमला किसने किया. तुर्किये सेनाएं और उनके प्रतिनिधि दोनों देशों की साझा सीमा पर सीरिया के बड़े क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते हैं.
सीरिया के अजाज में हुए विस्फोट की अभी तक किसी ने नहीं ली जिम्मेदारी
रिपोर्ट के मुताबिक, धमाका जब हुआ तो बाजार में लोग ईद-उल-फितर से पहले अपने बच्चों के लिए नए कपड़े खरीद रहे थे. सीरिया में सक्रिय स्वयंसेवी बचाव समूह व्हाइट हेलमेट्स ने कहा कि मृतकों में दो बच्चे और एक अज्ञात महिला भी थी. विस्फोट से घटनास्थल पर दुकानों, लोगों के घरों, कारों और मोटरसाइकिलों को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, किसी समूह ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. इस बीच ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी संस्था ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमैन राइट्स’ ने कहा कि कम से कम आठ लोग मारे गए और 23 लोग घायल हुए हैं.
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है सीरिया का अजाज शहर
2016 के बाद से तुर्किये ने सीरिया में तीन प्रमुख सीमा पार अभियान शुरू किए और उत्तरी सीरिया में कुछ इलाकों को अपने नियंत्रण में ले लिया. अजाज सीरियाई अंतरिम सरकार का घर है, जो एक विपक्षी समूह है और जो देश की वैध अथॉरिटी होने का दावा करता है. विश्लेषकों ने इस शहर को तुर्किये सीमा से करीब होने और आपूर्ति मार्ग के रूप में महत्व रखने के कारण गृह युद्ध के संदर्भ में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बताया है.
क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पहले भी हुए हैं धमाके
अजाज समेत सीरिया के उत्तर-पश्चिम सीमा क्षेत्र में भीड़भाड़ वाले नागरिक इलाकों को निशाना बनाकर पहले भी बम धमाके हुए हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में शहर के न्यायालय के बाहर एक कार बम धमाके में 40 से ज्यादा लोग मारे गए थे. उस समय इस्लामिक स्टेट समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसने 2013 में शहर पर कब्जा कर लिया था और कुछ समय के लिए इसे अपने कब्जे में रखा था.
यह भी पढ़ें- US-China: न कोई महामारी, न हिंसा…फिर क्यों अमेरिका के लिए चीन को जारी करनी पड़ी ट्रैवल एडवाइजरी? समझें पूरा मामला