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UP पुलिस के बाद अब IT और ED, जानें क्यों फिर बढ़ी आजम खान की मुश्किलें | SP Leader Azam Khan troubles UP Police IT ED Raid

UP पुलिस के बाद अब IT और ED, जानें क्यों फिर बढ़ी आजम खान की मुश्किलें

समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर आजम खान Image Credit source: PTI

समाजवादी पार्टी के नेताआजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है. पहले यूपी पुलिस ने आजम खान को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ी. उसके बाद आयकर विभाग की एंट्री हुई. आजम और उनके करीबियों के यहां आईटी की रेड हुई और अब रही सही कसर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी पूरी करने की तैय़ारी में है. खबर है कि आजम खान के खिलाफ मनी लांड्रिंग की जांच अब ईडी को सौंप दिया गया है.

जल्द ही ईडी आजम और उनसे जुड़े लोगों की जांच शुरु कर सकती है. जाहिर है आजम अब जांच एजेंसियों के शिकंजे में है, लेकिन एक सवाल जो सबके जेहन में है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि अब आजम केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर आ गए हैं.

दरअसल, जैसे ही यूपी में सत्ता का परिवर्तन हुआ और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ बैठे, आजम की उल्टी गिनती शुरू हो गई. विवादित बयानों के लिए जाने जानेवाले आजम खान पर पहला मुकदमा भी उनका सेना को लेकर दिए गए विवादित बयान पर ही दर्ज हुआ.

23 जून 2017 को रामपुर में ही आजम के खिलाफ पहला मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन जिस मुकदमे ने आजम, उनकी पत्नी और बेटे तक को जेल पहुंचाया वो मामला फर्जी जन्म-प्रमाण पत्र का था.

दरअसल, आजम के बेटे अब्दुला आजम के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में 3 जनवरी 2019 को आजम और पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुला आजम के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. इसी मामले में आजम सहित तीनों 26 फरवरी 2020 को जेल गए. आजम की सियासी बर्बादी का सिलसिला यहीं से शुरू हुआ.

आजम पर करीब 80 मुकदमे दर्ज

इसके बाद रामपुर के लोकसभा चुनाव में आजम खान ने प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ आप्तीजनक बयानबाजी की. उन्हें तनख्वैया नौकर बताया. इस मामले में अप्रैल 2019 में एफआईआर दर्ज हुई और इस मामले में आजम की सदस्यता तक चली गई. इसके बाद तो एफआईआर का सिलसिला शुरू हो गया.

एक रिपोर्ट के मुताबिक आजम के खिलाफ करीब 80 मामले दर्ज है, जबकी पत्नी तंजीम फातीमा के खिलाफ 40 और छोटे बेटे अब्दुला के खिलाफ 43 और बड़े बेटे अदीब आजम के खिलाफ के 35 मुकदमे दर्ज हैं.

अब आयकर और ईडी उनपर शिकंजा कस रही है. दरअसल, अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए आजम ने जो धन जुटाया, अब उसी का हिसाब-किताब आयकर विभाग मांग रहा है.

आईटी के बाद अब ईडी करेगी जांच

बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने 2017 में आजम खान के खिलाफ आयकर विभाग शिकायत की थी. आकाश सक्सेना ने आय से अधिक संपत्ति का आरोप लगाते हुए आईटी विभाग से जांच की मांग की. इसके बाद आयकर विभाग ने जांच शुरू और 11 सिंतबर 2023 को आईटी की टीम ने सबूतों की तलाश में आजम और उनके 26 करीबियों के ठिकानों पर एक साथ रेड की.

कई ठिकानों पर यह रेड तीन दिनों तक चली. इस दौरान आयकर विभाग के हाथ कई अहम दस्तावेज भी लगे. कहा गया कि जौहर ट्रस्ट और जौहर विश्वविध्यालय के फंडिंग और लेन-देन में कई गड़बड़ियां मिली.

कहा जा रहा है कि आजम खान ने अपने इस यूनिवर्सिटी में करोड़ की फंडिंग कराई. इसी मनी ट्रेल की जांच कर रही आयकर विभाग की टीम के हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज भी लगे है, जिसके आधार अपर अब ई़डी की जांच शुरु होने वाली है.

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