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Up varanasi gyanvapi image to installed of statue in vyasji ka tehkhana stwn | ज्ञान तल गृह में रखे विग्रहों के दूर से नहीं हो पा रहे दर्शन… अब लगेंगी तस्वीरें

वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ज्ञानवापी के तहखाने में फिर से विग्रहों की पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है. पिछले तीन-चार दिन के अंदर ही यहां पर ढाई लाख से ज्यादा श्रद्दालु दर्शन कर चुके हैं. इसी क्रम में सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है. तहखाने के प्रवेश द्वार से मूर्तियों की दूरी करीब 25 फीट बताई जा रही है ऐसे में जो भी भक्त दर्शन करने आ रहे हैं उन्हें ठीक से दर्शन नहीं हो पा रहे हैं.

श्रद्धालुओं की इस समस्या को देखते हुए प्रशासन ने फैसला लिया है कि तहखाने में विराजित विग्रहों की तस्वीरें उनके विग्रह के ऊपर लगाई जाएंगी ताकि भक्तों को दर्शन में कोई दिक्कत न हो. हालांकि यह विग्रह लंबे वक्त तक धूल और मिट्टी में दबे रहे हैं जिसकी वजह उनकी छवि स्पष्ट नहीं है. ऐसे में प्रशासन ने भक्तों की इस पीड़ा को समझा है और फोटो लगाने की तैयारी शुरू कर दी है. फोटो लगाने के लिए ऑर्डर भी दिया जा चुका है.

तहखाने में कुल 5 विग्रह विराजित हैं जिनकी तस्वीरें खींचकर लगाई जा रही हैं. बता दें कि पूजा शुरू होने के बाद कल पहला सोमवार है और काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ-साथ ज्ञानवापी में भी दर्शन के लिए भक्तों की संख्या में इजाफा हो सकता है. इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की जा रही है. बता दें कि इस पूरे मामले में प्रशासन पूरी तरह से एक्टिव बना हुआ है.

डीएम ले रहे हैं पल पल की रिपोर्ट

ज्ञानवापी के भूतल में स्थित व्यास तहखाने के आठ पिलर प्राचीन आदि विश्वेश्वर मंदिर के अहम साक्ष्य हैं. यहां की छत काफी जर्जर हो चुकी है. लंबे समय से बंद रहने से यहां नमी अधिक होने के कारण लगातार आठ हैलोजन लाइटें जलाई जा रही है. तहखाने से गेट से मूर्तियों तक लाल रंग का मैट बिछाया गया है तो अखंड ज्योति जल रही और श्रीराम चरित मानस का पाठ चल रहा है.

यहां स्थापित पांच विग्रहों की शुक्ल यजुर्वेद माध्यांदिनी शाखा के मंत्रों से षोडशोपचार पूजा हो रही है. उधर, तहखाने में विराजमान देवता जिलाधिकारी की निगरानी में हैं. चूंकि जिलाधिकारी उनके रिसीवर हैं, इसलिए पूजा, राग-भोग सहित हर पल की रिपोर्ट तैयार की जा रही है.

इनपुट- अमित सिंह / वाराणसी

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