Pahalgam Terror Attack Salim Merchant Share Video said i am ashamed as muslim Munawar Faruqui Reacted | पहलगाम आतंकी हमले पर फूटा सलीम मर्चेंट का गुस्सा, बोले

Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में निर्दोष पर्यटकों और परिवारों पर हुए खूंखार आतंकी हमले के खिलाफ पूरा देश अपना गुस्सा जाहिर कर रहा है. फिल्म इंडस्ट्री भी इस आतंकी हमले पर कड़ा रोष जाहिर कर रही है. इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई है और 60 से ज़्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. कई टीवी स्टार्स, फिल्मी हस्तियां, खिलाड़ी और राजनेता सोशल मीडिया पर इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. अब, मशहूर बॉलीवुड सिंगर सलीम मर्चेंट ने इस हमले पर एक भावुक मैसेज शेयर किया है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सलीम मर्चेंट का भावुक संदेश
सलीम मर्चेंट ने एक वीडियो शेयर की है. इस वीडियो में वे कहते हुए नजर आ रहे हैं, “पहलगाम में जो निर्दोष लोग मारे गए, वे इसलिए मारे गए क्योंकि वे हिंदू थे, मुसलमान नहीं. क्या हत्यारे मुसलमान हैं? नहीं, वे आतंकवादी हैं. क्योंकि इस्लाम ऐसा नहीं सिखाता. कुरान शरीफ की सूरह अल-बकराह की आयत 256 में कहा गया है कि धर्म में कोई जबरदस्ती नहीं है. यह कुरान शरीफ में लिखा है.
‘मुस्लमान होने के नाते शर्म आती है’
उन्होंने आगे कहा, “एक मुसलमान होने के नाते मुझे यह देखकर शर्म आती है कि निर्दोष हिंदू भाइयों और बहनों को सिर्फ़ इसलिए बेरहमी से मार दिया जा रहा है क्योंकि वे हिंदू हैं. यह कब खत्म होगा? कश्मीर में रहने वाले लोग जो पिछले दो-तीन सालों से अच्छे से रह रहे थे, उन्हें फिर से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, मुझे नहीं पता कि मैं अपना दुख और गुस्सा कैसे जाहिर करूं.”
मुनव्वर फारुकी ने सलीम मर्चेंट के वीडियो पर प्रतिक्रिया दी
फेमस कॉमेडियन-अभिनेता मुनव्वर फारुकी ने भी अपनी इंस्टा स्टोरी पर सलीम मर्चेंट की वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “मैं सिर झुकाकर उन मासूम लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं जिन्होंने अपनी जान गंवाई. भगवान उन्हें और उनके परिवारों को शक्ति और समृद्धि प्रदान करें. ओम शांति,”
बता दें कि मंगलवार, 22 अप्रैल को, आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के फेमस हिल स्टेशन पहलगाम से सिर्फ़ पाँच किलोमीटर दूर एक खूबसूरत घास के मैदान बैसरन में पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की थी. पीड़ितों में ज़्यादातर पर्यटक शामिल थे. जिसमें 28 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए.