what is cold start doctrine india answer for Pakistan nuclear threat

Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति है, लेकिन फिर भी पाकिस्तान नहीं सुधर रहा है. वह कई बार सीजफायर तोड़ चुका है. इसके साथ ही पाकिस्तान कई बार परमाणु बम की खोखली धमकी भी दे चुका है, लेकिन भारत के पास पाकिस्तान के परमाणु बम का भी करारा जवाब है. भारत की ‘कोल्ड स्टार्ट’ रणनीति पाकिस्तान को तबाह कर सकती है.
कोल्ड स्टार्ट रणनीति दिसंबर 2001 में संसद पर आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन पराक्रम से प्रेरित है. इस ऑपरेशन ने भारत की आक्रामक शक्ति में कई खामियों का खुलासा किया. सीमा पर धीमी सैन्य तैनाती और हमले के बाद भारतीय स्ट्राइक कोर को सीमा तक पहुँचने में लगभग एक महीना लग गया. इससे पाकिस्तान को जवाबी उपाय करने का काफी समय मिल गया था.
पाकिस्तान के लिए ही बनाई गई थी कोल्ड स्टार्ट रणनीति –
कोल्ड स्टार्ट रणनीति खास तौर पर पाकिस्तान के लिए ही बनाई गई. पाकिस्तान एक परमाणु हथियार वाला देश है. कोल्ड स्टार्ट भारत को पाकिस्तान के साथ परमाणु युद्ध की अनिवार्यता से बचाने का रास्ता देता है. इसके तहत भारतीय सेना तोपों, टैंकों र रॉकेट लॉन्चर्स के जरिए पाकिस्तान के किसी इलाके में घुसकर कम समय में काम को अंजाम दे सकती है. इससे पाकिस्तान को कुछ ही दिनों में घुटनों पर लाया जा सकता है. ऐसे में पाकिस्तान पूरी तरह से युद्ध नहीं कर सकता है.
पाकिस्तान कई बार दे चुका है परमाणु बम की धमकी –
भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कठोर कदम उठाए. इसके जवाब में पाकिस्तान युद्ध को लेकर परमाणु बम की धमकी दे चुका है. लेकिन पाकिस्तान कभी भी खुलकर युद्ध नहीं करना चाहेगा.
यह भी पढ़ें : कहां छिपा है पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का जखीरा? रिपोर्ट ने खोली पाक के न्यूक्लियर प्लान की पोल