अखिलेश और पल्लवी के बीच अनबन, क्या कांग्रेस देगी पल्लवी का साथ | rift between pallavi patel and akhilesh yadav both looks at congress amid loksabha elections 2024

पल्लवी पटेल ने अब गेंद कांग्रेस के पाले में डाल दी है. पल्लवी की पार्टी अपना दल कमेरावादी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उनकी पार्टी जिस मिर्ज़ापुर सीट से चुनाव लड़ना चाहती है, अखिलेश यादव ने वहां उम्मीदवार उतार दिया है. अखिलेश ने तो अपने दल का कमेरावादी से गठबंधन न होने का भी एलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि ये गठबंधन 2022 के यूपी चुनाव के लिए था. अब 2024 के लोकसभा चुनाव से क्या मतलब !वहीं पल्लवी पटेल ने कहा है कि इंडिया गठबंधन के तहत उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी.
यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है. दोनों पार्टियों के बीच सीटों का तालमेल भी हो गया है. कांग्रेस 17 सीटों पर और बाकी 53 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है. समाजवादी पार्टी ने भदोही सीट ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के लिए छोड़ दी है. वहीं पल्लवी पटेल ने अपना फैसला कांग्रेस पर छोड़ दिया है. अब सवाल है कि कांग्रेस क्या करेगी, हालांकि वो तो पहले से ही अखिलेश यादव के साथ है. जबकि अखिलेश ने पल्लवी का साथ छोड़ दिया है.
कांग्रेस और पल्लवी का संबंध
हाल के दिनों में अखिलेश यादव के बदले कांग्रेस के साथ पल्लवी पटेल नजर आती रही है. राहुल गांधी की न्याय यात्रा के समापन पर इंडिया गठबंधन की रैली में भी वो मुंबई गई थीं. जब राहुल की यात्रा यूपी आई थी तब वो प्रयागराज में शामिल हुई थीं. सुप्रिया श्रीनेत्र के साथ पल्लवी पटेल ने एक प्रेस कांफ्रेंस भी की थी. बैंगलुरु से लेकर मुंबई तक इंडिया गठबंधन की हर बैठक में वो अखिलेश यादव के साथ शामिल होती रही हैं. ऐसे में पल्लवी ने अखिलेश को किनारे करने के बाद अपनी राजनैतिक गाड़ी कांग्रेस की ओर मोड़ दी है.
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कांग्रेस ने क्या कहा
तकनीकी रूप से पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी की विेधायक हैं. उनकी पार्टी अपना दल कमेरावादी ने यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया था. गठबंधन में उनकी पार्टी सात विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी. पल्लवी की मां कृष्णा पटेल प्रतापगढ़ सदर से चुनाव लड़ी थी. लेकिन सबको हार का सामना करना पड़ा. वहीं राज्य सभा के पिछले चुनाव में पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव में अन बन हो गई थी. दोनों के बीच संबंध इस हद तक खराब हो गए कि अब दोनों नेता अलग हो गए हैं. पल्लवी की पार्टी ने इस बार लोकसभा की तीन सीटों मिर्ज़ापुर, कौशांबी और फूलपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. ये तीनों सीटें इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी के पास हैं. पल्लवी ने कहा कि जैसा नीतीश कुमार के साथ हुआ वैसा ही हमारे साथ हो रहा है. उन्होंने आगे का फैसला कांग्रेस पर छोड़ दिया है. कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि हमारा गठबंधन तो समाजवादी पार्टी के साथ हैं और पल्लवी भी उनके साथ थी. इसीलिए इस ताज़ा मामले से हमारा कोई लेना देना नहीं है.