कैसे मंगलमय हो यात्रा? रेलवे स्टेशन पर ट्रेन खड़ी कर चले गए ड्राइवर, 4 घंटे परेशान रहे यात्री | barabanki two loco pilots stop passenger train at burhwal railway station after end duty stwas

यूपी के बाराबंकी जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. ड्यूटी खत्म होने पर दो ट्रेनों के लोको पायलट (ड्राइवर) ट्रेन रेलवे स्टेशन पर खड़ी कर आराम करने चले गए. दोनों ट्रेनें करीब चार घंटे तक रेलवे स्टेशन पर खड़ी रहीं. इनमें से एक ट्रेन के ड्राइवर को समझा-बुझाकर किसी तरह ट्रेन को रवाना कर दिया गया, जबकि दूसरी ट्रेन का ड्राइवर आगे की यात्रा के लिए तैयार ही नहीं है. रेलवे स्टेशन पर काफी गहमागहमी का माहौल है. यात्री रेलवे स्टेशन पर हंगामा कर रहे हैं. उनका कहना है कि हम-भूखे प्यासे यहां पर मर रहे हैं, लेकिन रेलवे को इसकी चिंता ही नहीं है. वहीं रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेन खड़ी हो जाने के चलते अन्य यात्री ट्रेनें भी प्रभावित हुई हैं.
दरअसल, मामला जिले के बुढ़वल रेलवे स्टेशन का है. सहरसा एक्सप्रेस यात्रियों को लेकर नई दिल्ली के लिए जा रही थी. जब सहरसा एक्सप्रेस बुढ़वल स्टेशन पर पहुंची तो ड्राइवर ट्रेन से उतरकर आराम करने चला गया. काफी देर तक यात्रियों को कुछ समझ में नहीं आया कि ट्रेन क्यों खड़ी है. जब उन्होंने रेलवे स्टेशन पर जाकर पूछताछ की तो पता चला कि ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी खत्म हो गई है. इसलिए वह अब आगे नहीं जाएगा. यात्रियों ने जब दूसरे ड्राइवर की व्यवस्था करने को कहा तो स्टेशन मास्टर ने कोई जवाब नहीं दिया.
ट्रेन ले जाने को तैयार नहीं हुआ लोको पायटल
इस पर गुस्साए यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर ही हंगामा काटना शुरू कर दिया. यात्रियों को हंगामा करते देख रेलवे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. उन्होंने ड्राइवर से काफी मान-मन्नौवल की, लेकिन वह आगे ट्रेन ले जाने को तैयार ही नहीं हुआ. ड्राइवर ने कहा कि अब उसकी ड्यूटी खत्म हो चुकी है. इसलिए किसी दूसरे ड्राइवर की व्यवस्था कर ट्रेन को आगे की यात्रा के लिए भेजें. इस दौरान सहरसा एक्सप्रेस के यात्रियों ने दूसरी यात्री ट्रेनों को रोक लिया, जिससे और कई ट्रेनें प्रभावित हुईं.
4 घंटे बाद रवाना हुई सहरसा-नई दिल्ली एक्सप्रेस
स्टेशन मास्टर ने बताया कि ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो जाने की वजह से वह ट्रेन आगे ले जाने से इनकार कर रहा था. वहीं यात्रियों का कहना है कि जब ट्रेन के ड्राइवर की ड्यूटी पूरी हो चुकी थी तो दूसरे ड्राइवर को ट्रेन आगे ले जाने के लिए भेजना चाहिए था, लेकिन कई घंटे तक रेलवे विभाग की लापरवाही के चलते ट्रेन खड़ी रही. उन लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वहीं मामले को बढ़ता देख रेलवे प्रशासन ने जैसे-तैसे लोको पायलट को बुलाकर ट्रेन को अपने गंतव्य के लिए रवाना किया है, क्योंकि ट्रेन सहरसा से नई दिल्ली के लिए जा रही थी और हजारों यात्री ट्रेन में सवार थे.