महाकुंभ में पानी की किल्लत, 2 किमी दूर से जल लेने जाते हैं कल्पवासी; कहा- 15 दिन से यही हाल


महाकुंभ में पानी के लिए परेशान भक्त
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 साल बाद महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. इसकी तैयारी में प्रशासन कई महीनों से लगा हुआ था. यहां पर नया नगर बनाया गया और इसे जिले का दर्जा भी दिया गया. तमाम व्यवस्थाओं के बाद भी महाकुंभ में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है. श्रद्धालुओं को 1-2 किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाना पड़ रहा है. लगातार हो रही परेशानी के बाद अब श्रद्धालुओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया है.
महाकुंभ के सेक्टर 6 और 7 में कल्पवासियों ने पानी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है. कल्पवासियों ने खराब इंतजाम का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें लगातार पानी की परेशानी हो रही है. कल्पवास के दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी चीज की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि यहां रहते हुए उन्हें 15 दिन हो गए हैं लेकिन अब तक उन्हें शुद्ध पीने का पानी मुहैया नहीं कराया गया है. सेक्टर 6-7 में रहने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें 2 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है.
नहीं सुन रहा प्रशासन
पानी लाने की जद्दोजहद में कुछ लोग चोटिल भी हो गए हैं. इन सबके बावजूद प्रशासन उनकी सुनने को भी तैयार नहीं है. ऐसे में श्रद्धालुओं को शुक्रवार शाम को गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. श्रद्धालुओं ने यहां पर इकट्ठा होकर ‘पानी दो- पानी दो’ के नारे लगाए और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की.
देश-विदेश से आ रहे करोड़ों श्रद्धालु
धर्माचार्यों के मुताबिक इस बार महाकुंभ 144 सालों बाद आया है जो कि विशेष तौर पर महत्वपूर्ण है. इस दौरान देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लेने के लिए महाकुंभ पहुंच रहे हैं. प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहे इसके लिए महाकुंभ नगर को एक अलग जिला घोषित किया गया था. महाकुंभ में इस बार करीब 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है.